बिहार विधान परिषद की तीन शिक्षक और दो स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों के लिए शुक्रवार को मतदान हुआ. राज्य के विभिन्न हिस्सों में 631 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ. राज्य निर्वाचन आयोग के सूत्रों ने बताया कि कुल 2,75,436 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. मतगणना पांच अप्रैल को होगी.
गया और कोसी शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र और सारण व गया स्नातक सीटों पर चुनाव इसलिए जरूरी था क्योंकि उनके संबंधित सदस्य मई में सेवानिवृत्त होने वाले हैं. जबकि एक सीट एमएलसी के निधन के बाद खाली हो गई थी.
राज्य विधान परिषद में 75 सीटें हैं और इसके सदस्य विधानसभा, शिक्षकों, स्नातकों और स्थानीय निकायों के निर्वाचन क्षेत्रों से चुने जाते हैं. इसके अलावा कुछ सदस्यों को राज्य सरकार की सिफारिशों पर राज्यपाल द्वारा मनोनीत किया जाता है.
गया और कोसी शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र और सारण व गया स्नातक सीटों में से जेडीयू के पास तीन सीट हैं और दल ने इन सभी सीटों पर चुनाव लड़ा है. वहीं, राष्ट्रीय जनता दल ने गया स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा जो वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अवधेश नारायण सिंह के पास है, जिन्हें आरजेडी अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे पुनीत कुमार सिंह चुनौती दी है.
जेडीयू एमएलसी वीरेंद्र नारायण यादव (सारण स्नातक), संजीव श्याम सिंह (गया शिक्षक) और संजीव कुमार सिंह (कोसी शिक्षक) से अपनी-अपनी सीटों को बरकरार रखने की कोशिश की है. कोसी शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से जेडीयू को भाजपा के रंजन कुमार द्वारा चुनौती दी गई है, जबकि सारण स्नातक में भगवा पार्टी ने वरिष्ठ नेता महाचंद्र प्रसाद सिंह को मैदान में उतारा है.
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