- महागठबंधन के CM उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने कहा, "प्रचार अभियान शुरू हो गया है. बिहार बदलाव के लिए बेचैन है.
- तेजस्वी ने कहा हम जहां भी जा रहे हैं. सभी जातियों, धर्मों के लोग बड़ी संख्या में हमारा समर्थन करने आ रहे हैं.
- तेजस्वी यादव ने आगे कहा लोग मौजूदा सरकार से तंग आ चुके हैं और बिहार सरकार को बदलना चाहते हैं.
बिहार की राजनीति में आज फिर से हलचल मच गई जब तेजस्वी यादव ने रविवार सुबह अपने पटना स्थित आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नई घोषणाओं की झड़ी लगा दी. बिहार बदलाव के लिए तैयार है, तेजस्वी ने कहा कि जनता ने एनडीए को 20 साल दिए, हम बस 20 महीने का वक्त मांगते हैं बिहार को नंबर वन बनाने के लिए.
पंचायत और ग्राम कचहरी प्रतिनिधियों को बड़ी राहत
तेजस्वी यादव ने एलान किया कि महागठबंधन की सरकार बनते ही पंचायत और ग्राम कचहरी प्रतिनिधियों का मानदेय दोगुना किया जाएगा. इतना ही नहीं, उन्हें पेंशन सुविधा और 50 लाख रुपये का बीमा कवर भी मिलेगा. यह कदम बिहार के लाखों जनप्रतिनिधियों के लिए बड़ा राहत संदेश माना जा रहा है. इसके साथ ही, जन वितरण प्रणाली (PDS) के वितरकों के मानदेय और मार्जिन मनी में भी बढ़ोतरी की घोषणा की गई. पंचायत स्तर पर कार्यरत प्रतिनिधियों के लिए यह घोषणाएं उन्हें सशक्त और सुरक्षित बनाने की दिशा में कदम के रूप में देखी जा रही हैं.
छोटे कामगारों के लिए सशक्तिकरण पैकेज
तेजस्वी यादव ने नाई, बढ़ई, कुम्हार, लोहार जैसे पारंपरिक व्यवसाय से जुड़े कामगारों के लिए 5 लाख रुपये की एकमुश्त आर्थिक सहायता की घोषणा की. उन्होंने कहा, यह पैसा उनके हुनर को नया जीवन देगा। वे अपने स्वरोजगार की नई शुरुआत कर सकेंगे.
बदलाव तय है, जनता तैयार है
तेजस्वी यादव ने मौजूदा एनडीए सरकार पर तीखा हमला बोला कहा कि 20 साल से बिहार एक पुरानी, विजनलेस सरकार के भरोसे है. अपराध और भ्रष्टाचार चरम पर है. यहां उद्योग लगाने से खुद गृह मंत्री अमित शाह ने मना कर दिया. जबकि गुजरात में सबकुछ मिल जाता है बिहार को सिर्फ ठेंगा दिखाया गया. तेजस्वी ने कहा कि अब जनता भाजपा के चाल, चरित्र और चेहरा को पहचान चुकी हैय बिहार के लोग इस बार बदलाव के मूड में हैं.
जनता के बीच तेजी से बढ़ रहा असर
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेजस्वी की घोषणाएं युवाओं, पंचायत प्रतिनिधियों और पारंपरिक कामगार वर्ग को सीधे साधने की रणनीति का हिस्सा हैं. हर घर नौकरी और माई-बहिन मान योजना के बाद अब यह नया एलान बिहार की राजनीति में नई ऊर्जा भरने वाला साबित हो सकता है.
तेजस्वी यादव की घोषणाएं अब सिर्फ चुनावी वादे नहीं, बल्कि नए बिहार की रूपरेखा पेश करती दिख रही हैं जहां पंचायत सशक्त हों, कामगार आत्मनिर्भर बनें और हर घर में उम्मीद की लौ जले.













