- सीतामढ़ी जिले में HIV पॉजिटिव मरीजों की संख्या तेजी से बढ़कर लगभग आठ हजार के करीब पहुंच गई है.
- जिले में कुल संक्रमित मरीजों में अठारह वर्ष से कम उम्र के चार सौ से अधिक बच्चे भी शामिल हैं.
- नेपाल सीमा से सटे जिले में गरीबी और प्रवासी मजदूरों की अधिकता इस बीमारी के फैलने का मुख्य कारण है.
बिहार के सीतामढ़ी जिले में HIV (ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस) पॉजिटिव मरीजों की संख्या में तेजी से हो रहे इजाफे ने स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा दिया है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक जिले में लगभग 7,400 HIV संक्रमित मरीज पाए जा चुके हैं, जिनमें 18 साल से कम उम्र के 400 से अधिक बच्चे भी शामिल हैं. मरीजों की कुल संख्या 8000 पहुंचने के करीब है, जो आम जनता के लिए बड़ी चिंता का विषय है.
प्रकोप की वजहें और विशेषज्ञ राय
नेपाल की सीमा से सटा हुआ यह जिला गरीबी के कारण बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों का केंद्र है. विशेषज्ञों का मानना है कि गरीब तबके की पलायन प्रवृत्ति इस बीमारी के तेजी से फैलने की प्रमुख वजहों में से एक है. इसके अलावा, जिले में जागरूकता अभियानों का उचित मात्रा में न चलाया जाना भी सामाजिक स्तर पर इस बीमारी के प्रति जागरूकता के अभाव का कारण बन रहा है.
प्रशासन से व्यापक कदम उठाने की अपील
मेडिकल ऑफिसर डॉ. हसीन अख्तर ने इस गंभीर स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि जिला प्रशासन को व्यापक कदम उठाने चाहिए. उन्होंने विशेष रूप से बच्चों और गरीब परिवारों में इस बीमारी के फैलाव को रोकने के लिए तुरंत हस्तक्षेप करने पर जोर दिया है.
स्वास्थ्य विभाग ने भी इस समस्या पर विशेष ध्यान देने और समुचित रोकथाम एवं इलाज के उपाय जल्द लागू करने का आश्वासन दिया है. यह भयावह आंकड़ा स्वास्थ्य सेवाओं और सामाजिक जागरूकता कार्यक्रमों को युद्ध स्तर पर चलाने की आवश्यकता को रेखांकित करता है.













