सुर को पकड़े रखने की वही ललक और आवाज में वही खनखनाहट... शारदा सिन्हा (Sharda Sinha) के आखिरी वीडियो को देखकर पहली दफा जो भाव मन में आए वो यही थे कि अब किसी के लिए उनकी तरह बन पाना आसान नहीं होगा. शारदा सिन्हा के यूट्यब चैनल पर अपलोड किया गया यह वीडियो उनके अंतिम सांस लेने से कुछ पल पहले का बताया जा रहा है. इस वीडियो में दिख रहा है कि वो अपने प्रोफेशन (गायिकी) को लेकर इस कदर समर्पित थीं कि दिल्ली एम्स में जिंदगी और मौत के बीच की लड़ाई लड़ने के दौरान भी उन्होंने गाने का रियाज करना नहीं छोड़ा. जिस समय वह रियाज कर रही हैं उस दौरान वह ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं. उनकी नाक में ऑक्सीजन सप्लाई की पाइप लगी हुई है. एक मिनट तीन सेकेंड के इस वीडियो में शारदा सिन्हा सैंया निकस गए ... गाने का रियाज करते दिख रही हैं. सोशल मीडिया पर उनके इस वीडियो देखकर कई कमेंट्स हैं. कुछ लोगों को कहना है कि वह अपने अंतिम समय में भी अपने पति को ही याद कर रही थीं.
आपको बता दें कि बिहार की लोक गायिका शारदा सिन्हा ने दिल्ली एम्स में 5 नवंबर को अंतिम सांस ली थी.शारदा सिन्हा की तबीयत सोमवार को अचानक बिगड़ी थी, जिसके बाद उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था. उन्हें बिहार की 'स्वर कोकिला' भी कहा जाता था.शारदा सिन्हा ने तमाम छठ गीतों (Chhat Geet) को अपनी आवाज दी थी.छठ पर्व के दौरान उनके इस दुनिया से अलविदा लेने से देश में शोक की लहर है.
आपको बता दें कि शारदा सिन्हा के पति का हाल ही में ब्रेन हैमरेज से निधन हुआ था. इसके बाद से उनकी तबीयत भी खराब रहने लगी थी. बीते दिनों उन्हें बोन मैरो कैंसर डिटेक्ट हुआ था.जिसके बाद उनका इलाज AIIMS के अंकोलॉजी मेडिकल डिपार्टमेंट में चल रहा था.
बिहार के सुपौल जिले में हुआ था जन्म
शारदा सिन्हा का जन्म 1 अक्टूबर 1952 में बिहार के सुपौल जिले के हुलास में हुआ था. उन्होंने बैचलर ऑफ एजुकेशन और म्यूजिक से MA किया है. उनके पिता सुखदेव ठाकुर शिक्षा विभाग में सीनियर अधिकारी हुआ करते थे. शारदा सिन्हा के पति का नाम ब्रजकिशोर सिन्हा था. हाल ही में ब्रेन हैमरेज से उनकी मौत हुई थी. उनके दो बच्चे हैं. बेटे का नाम अंशुमान सिन्हा और बेटी का नाम वंदना है.
पंचतत्व में विलीन हुई बिहार की सुर कोकिला
बिहार की लोक गायिका और स्वर कोकिला शारदा सिन्हा ने हम सबको अलविदा कह दिया है.5 नवंबर को दिल्ली के एम्स अस्पताल में उन्होंने अपनी अंतिम सांसे ली. इसके बाद उनके शव को पटना लाया गया. आज, गुरुवार को पटना के गुलबी घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार हुआ.