गंगा नदी में तैरती "नाव में पाठशाला".. जी हां इस सोच से ही बिहार के सुदूर इलाके में शिक्षा को लेकर लोग किस तरह से सजग होने लगे हैं यह साबित होने लगता है. दरअसल कटिहार जिला के मनिहारी अनुमंडल के कई इलाके पूरी तरह गंगा नदी की बाढ़ के जद में हैं. ऐसे में दूर-दूर तक सिर्फ पानी ही पानी है, कल तक जहां लोग गुजर बसर करते थे और बच्चों की कोचिंग क्लास चलती थी वह इलाका भी अब पूरी तरह गंगा के गोद में हैं, लेकिन ऐसे हालात में भी गांव में निशुल्क कोचिंग चलाने वाले तीन युवक कुंदन, पंकज और रविंद्र शिक्षक वाले अपनी भूमिका के साथ डटे हुए हैं और इसीलिए मनिहारी मारालैंड बस्ती में गंगा में ही नाव पर पाठशाला बदस्तूर जारी है.
बच्चों को पढ़ाने वाले तीनों युवकों का कहना है कि वे लोग स्थानीय हैं और इस इलाके के बच्चे को पिछले कई वर्षों से निशुल्क शिक्षा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि अब जब बाढ़ में सरकार अन्य सुविधा मुहैया करवा ही रही है तो वे लोग अपने स्तर पर जो पाठशाला चलाते थे वह अब नाव में चलाकर शिक्षा के लौ जलाकर रखना चाहते हैं.
वहीं, गंगा में तैरते इस अनोखे पाठशाला में पढ़ने आए छात्र-छात्राएं कहते हैं कि पूरा इलाका जलमग्न है. ऐसे में नाव ही सबसे सुरक्षित जगह है, इसलिए उन लोगों को भी नाव वाले पाठशाला में पढ़ने में कोई परेशानी नहीं है.