रोहतास में रोपवे ट्रायल में ही धड़ाम, 13 करोड़ में बना, नए साल पर आम लोगों के लिए खुलना था

आपको बता दें कि रोहतास में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगभग 60 किलोमीटर की दूरी चंद मिनटों में तय करने की योजना है. पर्यटनों के इस रोपवे को नए साल से खोला जाना था.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
शुरू होने से पहले ही टूट गए रोपवे के खंबे
रोहतास:

बिहार के रोहतास में बन रहे रोपवे का आज ट्रायल रन था लेकिन इससे पहले की ये ट्रायल रन पूरा हो पाता उससे पहले ही इसके कई पिलर उखड़ गए.  इस घटना के सामने आने के बाद अब रोपवे की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं. आपको बता दें कि रोहतास में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगभग 60 किलोमीटर की दूरी चंद मिनटों में तय करने की योजना है. इस रोपवे का निर्माण 13 करोड़ की लागत से हुआ था. इस रोपवे को नए वर्ष में पर्यटकों के लिए शुरू करने की योजना थी. रोपवे के पिलर के उखड़ने का वीडियो भी वायरल हो रहा है.

आपको बता दें कि रोहतास में प्राचीन रोहतासगढ़ किला एवं रोहितेश्वर धाम मंदिर तक पहुंच आसान बनाने के लिए रोपवे का निर्माण किया गया है. रोपवे निर्माण कार्य की शुरुआत 12 फरवरी 2020 में हुई थी. रोपवे के निर्माण के शुरू में कई तकनीकी अड़चनें आई थी. तमाम कठिनाइयों को दूर करने के बाद इस रोपवे का निर्माण पूरा किया गया है. 

करीब 1324 मीटर लंबाई वाले इस रोपवे में कुल पांच टावर लगाए गए हैं. इसमें कुछ टावर ऐसे हैं जहां पर 40 डिग्री की चढ़ाई है. इस रोपवे के शुरू होने से करीब 1400 फीट ऊंचाई पर स्थित रोहतासगढ़ तक पहुंचना अब आसान हो जाएगा. पहले लोगों को यहां तक जाने के लिए पैदल जाना होता था. इस रोपवे के शुरू होने के बाद अब किसी भी मौसम में लोग यहां तक आ जा सकेंगे. 

Topics mentioned in this article