- राजद में पार्टी और सुप्रीमो लालू प्रसाद के घर, इन दिनों अंतकर्लह देखने को मिल रही, केंद्र में हैं- संजय यादव.
- रोहिणी आचार्य ने सोशल मीडिया पर संजय यादव के बढ़ते कद पर आपत्ति जताई और सोशल मीडिया पर लगातार पोस्ट किए.
- विवाद के बाद रोहिणी के कई 'मारक' पोस्ट दिखे, लेकिन बाद में उनका एक्स अकाउंट प्राइवेट कर दिया गया.
राजद में पिछले कुछ दिनों से सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. न केवल पार्टी में बल्कि पार्टी सुप्रीमो लालू यादव के घर में भी. पहले तेज प्रताप को पार्टी और घर से निकालना और अब 'संजय यादव' को लेकर तेजस्वी और रोहिणी के बीच मतभेद. तेजस्वी के करीबी संजय यादव पर रोहिणी की आपत्ति सोशल मीडिया पर खुलकर सामने आई. उनके एक्स अकाउंट पर एक के बाद एक कई पोस्ट दिखे. शुक्रवार रात भी उन्होंने दो पोस्ट किए और खुद को एक जिम्मेदार बेटी और बहन बताया. लेकिन अगली सुबह शनिवार को अचानक उनका एक्स अकाउंट प्राइवेट हो गया. शनिवार सुबह 8 बजे से पहले जो पोस्ट सार्वजनिक थे, वे 8 बजे के बाद अचानक से गायब हो गए. राजधानी पटना के सियासी गलियारों में ये चर्चा का विषय बन गया है कि क्या रोहिणी पर पोस्ट हटाने का दबाव बनाया गया और क्या ये दबाव उनके घर में ही तेजस्वी की ओर से दिया गया!
तेजस्वी के करीबी, रोहिणी को आपत्ति
दरअसल, राज्यसभा सांसद संजय यादव, जो तेजस्वी यादव के करीबी और सलाहकार बताए जाते हैं, का कद बढ़ने पर बहन रोहिणी आचार्य को आपत्ति है. तेजस्वी की बिहार अधिकार यात्रा के दौरान उनकी गाड़ी की अगली सीट पर संजय यादव नजर आए थे और बवाल यहीं से शुरू हुआ. एक व्यक्ति ने फेसबुक पर पोस्ट डाली और लिखा- 'फ्रंट सीट सदैव शीर्ष के नेता-नेतृत्वकर्त्ता के लिए तय होती है और उनकी अनुपस्थिति में भी किसी को उस सीट पर नहीं बैठना चाहिए. 'कोई' अपने आप को शीर्ष नेतृत्व से भी ऊपर समझ रहा है, तो अलग बात है!'
रोहिणी ने ये पोस्ट शेयर की और बिना कुछ कहे काफी कुछ कह दिया. पिछले दो-तीन दिनों में उन्होंने सोशल मीडिया पर इसको लेकर आपत्ति भी जताई. फिर दो दलित चेहरों शिवचंद्र राम और रेखा पासवान को आगे कर डैमेज कंट्रोल की कोशिश भी की गई.
दोनों नेताओं की फोटो शेयर करते हुए रोहिणी ने लिखा- वंचितों और समाज के आखिरी पायदान पर खड़े वर्ग-समूह को आगे लाना ही राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदरणीय लालू यादव जी के सामजिक-आर्थिक न्याय के अभियान का मूल मकसद रहा है, इन तस्वीरों में समाज के इन्हीं तबके से आने वालों को आगे बैठे देखना सुखद अनुभूति है.
इन पोस्ट्स के बाद प्राइवेट हुआ एक्स अकाउंट
रोहिणी आचार्य ने शुक्रवार रात दो पोस्ट लिखे, जिनके जरिये अपने आलोचकों को जवाब देना चाहा. एक पोस्ट में उन्होंने पिता को किडनी डोनेट किए जाने का जिक्र किया, तस्वीरें पोस्ट की. लिखा- जो जान हथेली पर रखते हुए बड़ी से बड़ी कुर्बानी देने का जज्बा रखते हैं , बेखौफी - बेबाकी - खुद्दारी तो उनके लहू में बहती है.
वहीं दूसरी पोस्ट में उन्होंने लिखा- मैंने एक बेटी और बहन के तौर पर अपना कर्तव्य और धर्म निभाया है और आगे भी निभाती रहूंगी, मुझे किसी पद की लालसा नहीं है, न मेरी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा है, मेरे लिए मेरा आत्म-सम्मान सर्वोपरि है.
रोहिणी ने एक्स पर भी यही पोस्ट किया था, जो अब नहीं दिख रहा. ये उन्हीं की फेसबुक पोस्ट है.
बाद वाले पोस्ट को उन्होंने एक्स पर पिन भी किया था. लेकिन पोस्ट के बाद रोहिणी आचार्य का एक्स अकाउंट प्राइवेट शो हो रहा है.