बिहार के सारण में बीजेपी सांसद राजीव प्रताप रुडी के दफ्तर में एंबुलेंस का मामला लगातार गरमाता जा रहा है. अब इस मामले पर आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपनी आवाज बुलंद की है. ट्विटर के माध्यम ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए तेजस्वी यादव ने शनिवार को कहा कि यह हैरान करने वाला है कि सांसद राजीव प्रताप रुडी ने अपने दफ्तर में दर्जनों एंबुलेंस को इस तरह से पार्क की हुई थी कि जैसे यह उनकी निजी संपत्ति हो. MPLADS के नियमों का हवाला देते हुए तेजस्वी ने कहा कि संसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के दिशा-निर्देशों में साफ लिखा है कि एंबुलेंस का मालिकाना हक या तो जिला प्रशासन का होता है या फिर जिले के प्रमुख स्वास्थ्य अधिकारी का होता है.
इसी के साथ उन्होंने लिखा कि ऐसे समय में जब तमाम जिंदगियां एंबुलेंस के अभाव में दम तोड़ रही हैं. गरीब अपने कंधे और साइकिलों पर मरीजों और शवों को ढोने के लिए मजबूर हैं. तो रुडी जी के यहां यह एंबुलेंस धूल फांक रही हैं. यह न सिर्फ MPLAD यानी कि संसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के नियमों की अवहेलना है बल्कि एक आपराधिक गतिविधि भी है. सरकार को उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.
बता दें कि शुक्रवार को पप्पू यादव द्वारा यह जानकारी सामने लाई गई थी कि राजीव प्रसाद रुडी के दफ्तर में दर्जनों एंबुलेंस धूल फांक रही है. इसके जवाब में रुडी ने ड्राइवरों की कमी का हवाला देकर बताया था कि ड्राइवर नहीं मिलने के कारण इनका परिचालन नहीं हो पा रहा है, शनिवार को पप्पू यादव 40 ड्राइवरों के साथ मीडिया के सामने आए और बताया कि वह सरकार के पास इन ड्राइवरों की जानकारी देकर वहां मौजूदा एंबुलेंस का परिचालन शुरू कराएंगे.