बिहार के कटिहार में अवध असम एक्सप्रेस ट्रेन और रेलवे ट्रॉली के बीच टक्कर से एक ट्रॉलीमैन की मौत हो गई और चार रेलकर्मी घायल हुए. उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं और घायलों का इलाज नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जारी है.
बिहार के कटिहार में एक बड़ा रेल हादसा हुआ है. कटिहार बरौनी रेल खंड पर काढागोला और सेमापुर के बीच बरौनी से कटिहार जा रही अवध असम एक्सप्रेस ट्रेन (15910) और रेलवे ट्रॉली के बीच टक्कर हो गई. इस हादसे में एक ट्रॉलीमैन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि चार रेलकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए. एडीआरएम मनोज कुमार सिंह ने घटना की पुष्टि की है और बताया कि घायलों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है.
तस्वीरें में दिख रहा है कि हादसे के बाद यात्री रेलवे ट्रैक पर आ गए हैं और ट्रेन भी रुकी हुई है. बाद में फिर ट्रेन को रवाना किया गया.
कटिहार रेल हादसा अपडेट
- घटना का स्थान: कटिहार बरौनी रेल खंड, काढागोला और सेमापुर के बीच
- ट्रेन संख्या: 15910 अवध-असम एक्सप्रेस
- हादसे का कारण: ट्रेन और रेलवे ट्रॉली की टक्कर
- मृतकों की संख्या: 1 (ट्रॉलीमैन)
- घायलों की संख्या: 4 (रेलकर्मी)
उच्च स्तरीय जांच के आदेश
सभी रेल कर्मियों को ट्रैक पर काम करते समय अधिकतम सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. हादसे के कारण इस रूट पर कुछ समय के लिए ट्रेन परिचालन बाधित रहा, जिसे बाद में बहाल कर दिया गया. फिलहाल सभी घायलों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है.
वहीं, रेल हादसे के बाद एक्स पोस्ट में कांग्रेस ने लिखा, 'बिहार में फिर एक रेल हादसा हो गया है. कटिहार में अवध-असम एक्सप्रेस एक ट्रॉली से टकरा गई, जिसमें एक ट्रॉलीमैन की मौत हो गई और कई मजदूर गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं. हमारी ईश्वर से प्रार्थना है कि वे दिवंगत आत्मा को शांति दें और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें. ये बेहद चिंता की बात है कि मोदी सरकार में रेल हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे. यात्री डर और दहशत के साये में सफर करने को मजबूर हैं. पिछले करीब एक साल में, 98 रेल हादसे हो चुके हैं. 26 लोगों ने जान गंवा दी है. 171 लोग घायल हुए हैं. हादसे हो रहे हैं, लोगों की जान जा रही है. लेकिन प्रधानमंत्री और रेलमंत्री को अपने खोखले PR स्टंट से फुर्सत नहीं मिल रही. न कोई जवाबदेही और न कोई जिम्मेदारी.'