मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, सांसद के परिवार से महिलाओं को टिकट, दावों पर कितने खरे उतरे पीके?

बिहार विधानसभा चुनाव में जहां दोनों गठबंधनों, एनडीए और महागठबंधन, में सीट बंटवारे को लेकर स्थिति साफ नहीं हो सकी है, वहीं जन सुराज पार्टी ने गुरुवार को उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. उम्मीदवारों की इस पहली सूची में जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर का नाम नहीं है.

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सुरसंड से उम्मीदवार ऊषा किरण जिला परिषद की सदस्य रही हैं
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  • जन सुराज पार्टी ने 51 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की है, जिसमें 7 महिलाएं शामिल हैं
  • अधिकतर महिला उम्मीदवार राजनीतिक परिवारों से हैं या दूसरे दलों में सक्रिय रही हैं, जिससे परिवारवाद का आरोप बढ़ा
  • पार्टी ने कई महिलाओं को टिकट दिया है जो पूर्व में भाजपा, जदयू और बसपा जैसी पार्टियों से जुड़ी रही हैं
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पटना:

प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज ने 51 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है.  इनमें 7 महिलाएं हैं. प्रशांत किशोर ने कहा था कि वे कम से कम 40 महिलाओं को उम्मीदवार बनाएंगे. हालांकि, आज जिन महिलाओं को उम्मीदवार बनाया गया है, उनमें ज्यादातर राजनीतिक परिवार से हैं, दूसरे दलों में रही हैं. ऐसे में यह प्रशांत किशोर के परिवारवाद के खिलाफ स्टैंड को कमजोर कर सकता है. 

  • सुरसंड से उम्मीदवार ऊषा किरण जिला परिषद की सदस्य रही हैं. उनके ससुर सीताराम यादव राजद से सांसद रहे हैं. 2021 में भाजपा में शामिल हुए और फिर जनसुराज में आए. ऊषा किरण अपने ससुर की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाएंगी. 
  • अस्थावां से उम्मीदवार लता सिंह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे आरसीपी सिंह की बेटी हैं. इससे पहले भी उनके विधानसभा चुनाव लड़ने की चर्चा थी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. इस बार उन्होंने पहले से चुनाव लड़ने का ऐलान किया था और उन्हें जन सुराज ने उम्मीदवार बनाया है. इसके बाद प्रशांत किशोर पर भी परिवारवाद को बढ़ावा देने के आरोप लग रहे हैं. 
  • मोरवा से उम्मीदवार डॉ. जागृति ठाकुर पेशे से चिकित्सक हैं. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की पोती हैं. पार्टी उनके जरिए कर्पूरी ठाकुर की विरासत को आगे ले जाने का दावा कर रही है. हालांकि, इस टिकट बंटवारे में भी परिवारवाद का आरोप लगाया जा रहा है. 
  • औरंगाबाद जिले के नबीनगर विधानसभा सीट से अर्चना चंद्र यादव को उम्मीदवार बनाया गया है. वे भाजपा में रही हैं. बसपा से लोकसभा और विधानसभा का चुनाव लड़ चुकी हैं. राजनीतिक परिवार से आती हैं. अर्चना चंद्रा के पति और ससुर दोनों प्रखंड प्रमुख रहे हैं. 
  • नेहा नटराज जिला पार्षद सदस्य हैं. वे जदयू में रही हैं. रोहतास की महिला जिलाध्यक्ष का पद संभाला है. जुलाई में जनसुराज में शामिल हुई और पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है. 
  • नालंदा से पूनम सिन्हा को उम्मीदवार बनाया गया है. वे जिला परिषद की सदस्य हैं. जन सुराज की महिला जिलाध्यक्ष भी हैं. क्षेत्र में लगातार सक्रिय थी. अब वे ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार को टक्कर देंगी. 
  • खगड़िया से जन सुराज ने जयंती पटेल को उम्मीदवार बनाया है. वे जदयू में रही हैं. महिला उद्यमी के तौर पर भी उनकी पहचान है. आरसीपी सिंह की करीबी हैं, अब जन सुराज से उम्मीदवार होंगी.

बिहार विधानसभा चुनाव में जहां दोनों गठबंधनों, एनडीए और महागठबंधन, में सीट बंटवारे को लेकर स्थिति साफ नहीं हो सकी है, वहीं जन सुराज पार्टी ने गुरुवार को उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. उम्मीदवारों की इस पहली सूची में जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर का नाम नहीं है. ऐसे में माना जा रहा है कि वे इस चुनाव में पार्टी के लिए चुनावी रणनीति बनाएंगे. 

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