- रोहतास जिले की काराकाट विधानसभा सीट इस बार त्रिकोणीय मुकाबले की वजह से चुनावी गहमागहमी का केंद्र बनी है.
- पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जेडीयू और माले के प्रत्याशियों से भिड़ रही हैं.
- भाजपा नेता मनोज तिवारी ने ज्योति सिंह को वोट कटवा कहा, जिस पर उन्होंने इसे गलत और अपमानजनक बताया है.
बिहार विधानसभा चुनाव की गहमागहमी में रोहतास जिले की काराकाट सीट इस बार सबसे बड़ी 'हॉट सीट' बनकर उभरी है. मुकाबला यहां त्रिकोणीय हो चुका है, जहां भोजपुरी के पावर स्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में ताल ठोंक रही हैं. उनका सीधा मुकाबला जेडीयू के सिटिंग सांसद महाबली सिंह (एनडीए) और महागठबंधन के माले प्रत्याशी अरुण सिंह से है.
'वोट कटवा' कहने पर भड़कीं ज्योति सिंह
इस सियासी तकरार को तब और हवा मिली जब भाजपा नेता और स्टार प्रचारक मनोज तिवारी ने एनडीए उम्मीदवार महाबली सिंह के समर्थन में प्रचार करते हुए ज्योति सिंह को 'वोट कटवा' करार दिया. मनोज तिवारी के इस बयान पर ज्योति सिंह ने तत्काल तीखी प्रतिक्रिया दी, जिसने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है.
ज्योति सिंह ने कहा, "मनोज तिवारी जी मेरे आदरणीय हैं और बड़े भाई जैसे हैं. लेकिन जिस तरह से उन्होंने हमें 'वोट कटवा' कहा है, वह बिल्कुल गलत है. अगर मैं किसी पार्टी के इशारे पर मैदान में उतरती, तो किसी पार्टी से टिकट लेकर लड़ती, निर्दलीय नहीं."
'एनडीए नेताओं के कलेजे पर लोट रहा सांप'
ज्योति सिंह ने दावा किया कि उन्हें काराकाट की जनता का अपार समर्थन मिल रहा है. उन्होंने एनडीए नेताओं पर सीधा निशाना साधते हुए कहा, 'काराकाट की जनता का प्यार और समर्थन देखकर एनडीए नेताओं के कलेजे पर सांप लोट रहा है. मनोज तिवारी समेत सभी को काराकाट की जनता 14 तारीख को वोट की ताकत से जवाब देगी.'
पारिवारिक खटास बनी राजनीतिक राह
गौरतलब है कि ज्योति सिंह भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह की पत्नी हैं, लेकिन उनके बीच पारिवारिक रिश्ते सहज नहीं हैं. इसी खटास के बीच ज्योति सिंह ने राजनीति में कदम रखा है. उन्होंने साफ किया है कि यह लड़ाई उनकी अपनी है, किसी पार्टी की नहीं. याद रहे, पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान ज्योति सिंह ने इसी काराकाट सीट पर अपने पति पवन सिंह के लिए घर-घर जाकर आंचल फैलाकर वोट मांगे थे. अब वह खुद मैदान में हैं और अपने दम पर इस सीट पर जीत का परचम लहराने की तैयारी में जुटी हैं.














