पूरे देश में रामनवमी और फिर हनुमान जयंती के मौकों पर हुई हिंसा की घटनाओं को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि, ''आपस में विवाद नहीं करना चाहिए. अगर आप सचमुच पूजा में विश्वास करते हैं तो ठीक से पूजा करिएगा.'' फिर उन्होंने सवाल किया कि झगड़े का पूजा से कोई सम्बंध है? उन्होंने कहा कि अगर कोई किसी समुदाय का है और विवाद करता है तो मान लीजिए उसको धर्म से कोई मतलब नहीं है. वह सही आदमी नहीं है और किसी ना किसी तरह विवाद पैदा करना चाहता है.
नीतीश कुमार सोमवार को अपने जनता दरबार के बाद पहले से उनके द्वारा मंजूर सवालों का जवाब दे रहे थे. नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में वे काफी अलर्ट हैं और पहले की तुलना में स्थिति काफी सुधरी है. हालांकि उन्होंने यह भी माना कि कुछ ना कुछ इधर-उधर होता ही रहता है, लेकिन उनके हिसाब से उसके लिए ज़्यादा चिंता करने की ज़रूरत नहीं है. नीतीश ने कहा कि बिहार में सब लोगों को इजाजत दी जाती है.
हालांकि नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर जिले में रामनवमी के दिन एक मस्जिद में भगवा झंडा लगाए जाने पर कुछ नहीं कहा. उन्होंने इस मामले में स्थानीय पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में भी जानकारी नहीं दी. उन्होंने अपने से पूर्व की आरजेडी सरकार पर जमकर व्यंग्य किया और कहा कि उनके शासन में आने के पूर्व कितना तनाव रहता था और घटनाएं होती थीं. नीतीश ने कहा कि आज भले शासन के बाहर हों लेकिन जब सत्ता में थे तो कितना झंझट होता था. लेकिन हम लोगों ने जागरूकता लाकर इस पर अंकुश लगाया और आजकल कितना अलर्ट रखा जाता है.
नीतीश कुमार ने कहा कि आपस में प्रेम भाईचारा रखना चाहिए और आपस में विवाद नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा कि पूजा करने वाला विवाद नहीं पैदा करेगा. नीतीश के बयान से साफ है कि वे बिहार में भी हुई घटना के बाद कहीं ना कहीं आरजेडी शासन काल की याद दिलाकर साबित करना चाहते हैं कि उनके शासन में सब कुछ ठीक ठाक चल रहा है.