- मुजफ्फरपुर की शिक्षिका आशा मिंज को मतदाता पुनरीक्षण के काम में BLO नियुक्त किया गया था, जिससे वह परेशान थीं
- आशा मिंज को मोबाइल से काम करने की कमी के कारण डिप्रेशन था, क्योंकि उन्हें मोबाइल की जानकारी कम थी
- सुपरवाइजर द्वारा देर रात तक कार्य पूरा करने के लिए दबाव डालने के कारण आशा मिंज मानसिक रूप से कमजोर हो गई थीं
बिहार के मुजफ्फरपुर में BLO का काम मिलने से महिला शिक्षिका डिप्रेशन में थी और उसके बाद महिला शिक्षिका का शव रेलवे ट्रैक से बरामद किया गया. इसके बाद परिजनों ने सुपरवाइजर पर कार्य के दौरान महिला शिक्षिका को परेशान करने का आरोप लगाया है.
मूल रूप से रांची जिले के व्यासी गांव की रहने वाली आशा मिंज मुजफ्फरपुर जिले के काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र में रह कर मिठनपुरा थाना क्षेत्र के मध्य विद्यालय कन्हौली नई तालीम स्कूल में शिक्षिका के पद पर कार्यरत थी. इसके बाद सरकार द्वारा चलाया जा रहा मतदाता पुनरीक्षण के काम में शिक्षिका आशा मिंज को बूथ संख्या 259 पर BLO के रूप में 1 अगस्त को नियुक्त किया गया था जो शहर का रेड लाइट एरिया है.
हालांकि, शिक्षिका की उम्र तकरीबन 58 वर्ष थी जिस कारण उन्हें मोबाइल की बहुत ज्यादा जानकारी नहीं थी और मतदाता पुनरीक्षण का तमाम काम मोबाइल से ही किया जाना था जिसको लेकर वह काफी परेशान रहा करती थी. खैर परिजन उन्हें परेशान देखकर उनकी काम में मदद कर रहे थे. शिक्षिका क्रिश्चियन समाज से आती थीं और वह रेड लाइट एरिया में जाने से परहेज करती थीं लेकिन सुपरवाइजर ने उन्हें देर रात तक कार्य करने के लिए परेशान किया था.
इस वजह से वह डिप्रेशन में थीं. इसी बीच शुक्रवार शाम को वह अपने घर से अचानक ही गायब हो गईं, जिसके बाद परिजनों ने उन्हें काफी देर तक खोजा लेकिन उनका कहीं कुछ पता नहीं चल पाया. इसके बाद परिजनों ने पूरे मामले की लिखित सूचना काजी मोहम्मदपुर थाने की पुलिस को दी. आवेदन प्राप्त होने के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई. इसी बीच मिठनापुर थाने की पुलिस को सातपुरा रेलवे ट्रैक पर एक महिला का शव मिला. शव मिलने की सूचना के बाद शिक्षिका के परिजन मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच पहुंचे और कपड़ों से शिक्षिका के शव की पहचान की.
पूरे मामले को लेकर परिजनों द्वारा बताया गया कि उनकी बहन की ड्यूटी 1 अगस्त से BLO के रूप में लगी थी. हालांकि उनकी बहन को मोबाइल की बहुत ज्यादा जानकारी नहीं थी और मतदाता पुनरीक्षण का तमाम काम मोबाइल से ही करना था. इसको लेकर वह काफी डिप्रेशन में रहती थी और इसी को लेकर वह शुक्रवार की शाम अचानक घर से लापता हो गई थी जिसके बाद अब उनके बहन का मिठनपुरा थाना क्षेत्र के सतपुरा रेलवे ट्रैक से शव बरामद हुआ. वहीं उन्होंने बताया कि उसकी ड्यूटी शहर के रेड लाइट एरिया में लगी थी जिस क्षेत्र की उसको कोई जानकारी नहीं थी और सुपरवाइजर द्वारा देर रात तक कार्य पूरा करने को लेकर उन पर प्रेशर भी दिया जाता था जिस कारण वह डिप्रेशन में थी.
पूरे मामले को लेकर सिटी एसपी कोटा किरण ने बताया कि शनिवार को मिठनपुरा थाना क्षेत्र के रेलवे ट्रैक से एक महिला का डेड बॉडी बरामद किया गया था जिसकी पहचान काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र से गायब शिक्षिका आशा मिंज के रूप में हुई है. पुलिस मामले की जांच कर आगे की कारवाई में जुटी हुई है.
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