Islampur Vidhansabha Seat: क्या JDU 5 साल बाद जीतेगी अपना गढ़, 'छोटी अयोध्या' में विरासत की जंग दिलचस्प है

Islampur Assembly Seat: इस्लामपुर विधानसभा सीट पर कुर्मी और यादव समुदाय के मतदाता निर्णायक भूमिका में रहते हैं, जो इस क्षेत्र के चुनावी परिणामों को प्रभावित करते हैं. इसके अलावा, रविदास, पासवान, मुस्लिम और कोइरी समुदाय के मतदाताओं की भी महत्वपूर्ण संख्या है.

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इस्लामपुर विधानसभा सीट.
पटना:

बिहार के नालंदा जिले की इस्लामपुर विधानसभा सीट नालंदा लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है. यहां छह नवंबर को विधानसभा चुनाव होना है. यहां के राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में कई उतार-चढ़ाव देखे गए, और जातीय समीकरण के साथ-साथ इस क्षेत्र का धार्मिक महत्व भी इसे खास बनाता है. इस्लामपुर, नालंदा जिले का एक प्रमुख कस्बा है और इसे 'छोटी अयोध्या' के नाम से भी जाना जाता है. धार्मिक दृष्टिकोण से इसका विशेष महत्व है, क्योंकि रामभक्ति शाखा में रसिक सम्प्रदाय के संस्थापक स्वामी युगलानन्य शरण जी महाराज, का जन्म  यहीं हुआ था.

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इस्लामपुर विधानसभा सीट का राजनीतिक इतिहास

1951 में विधानसभा क्षेत्र के रूप में स्थापित इस्लामपुर विधानसभा सीट का राजनीतिक इतिहास रोचक रहा है. यह सीट कभी कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) का गढ़ थी, लेकिन पिछले कुछ दशकों में जनता दल (यूनाइटेड) यानी जेडीयू ने यहां अपनी मजबूत पकड़ बनाई.

  • अब तक कुल 5 बार जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने चुनाव जीते हैं.
  •  कांग्रेस ने 4 और सीपीआई ने 3 बार जीत हासिल की
  • 2020 के विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने पहली बार इस सीट पर विजय हासिल की.
  •  राजद के उम्मीदवार राकेश रौशन ने जेडीयू के चंद्रसेन प्रसाद को हराकर यहां अपनी पार्टी की जीत दर्ज की.

इस्लामपुर विधानसभा सीट पर किन जातियों का दबदबा?

इस्लामपुर विधानसभा सीट पर कुर्मी और यादव समुदाय के मतदाता निर्णायक भूमिका में रहते हैं, जो इस क्षेत्र के चुनावी परिणामों को प्रभावित करते हैं. इसके अलावा, रविदास, पासवान, मुस्लिम और कोइरी समुदाय के मतदाताओं की भी महत्वपूर्ण संख्या है. इन जातीय समीकरणों का असर चुनावी नतीजों पर सीधा पड़ा है, और आगे भी यह निर्णायक साबित हो सकते हैं.

इस्लामपुर के चुनावी मैदान में कौन-कौन?

इस बार चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने रुहैल रोशन को उम्मीदवार बनाया है. वहीं आरजेडी ने राकेश कुमार रौशन और जन सुराज पार्टी ने तनुजा कुमारी को अपना कैंडिडेट घोषित किया है.

इस्लामपुर के चुनावी मुद्दे

  • इस्लामपुर का चुनावी मुद्दा अब तक इसे अनुमंडल का दर्जा न दिया जाना है.
  • लड़कियों को हायर एजुकेशन के लिए हर दिन पटना जाना पड़ता है .
  • यहां कई ऐसे मोहल्ले हैं, जहां गली और नाली नहीं है.

इस्लामपुर विधानसभा क्षेत्र में वोटर्स की संख्या

इस्लामपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल 282139 रजिस्टर्ड वोटर्स हैं. ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या 2020 की तरह आरजेडी फिर से यहां अपनी पकड़ बना पाएग या जेडीयू अपना पुराना गढ़ वापस जीत पाएगी.

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इनपुट- IANS

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