बिहार: घर-आंगन में घुसा बाढ़ का पानी, छप्पर और मचान के सहारे बाढ़ पीड़ित

Bihar Flood: बिहार के कटिहार में बाढ़ से हाल बेहाल है. यहां बाढ़ पीड़ित छप्पर और मचान के सहारे दिख रहे हैं.

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कुर्सेला प्रखंड में बाढ़

कटिहार:

बिहार में कुछ नदियों का जलस्तर घटने के बावजूद कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बरकरार है. कटिहार में नदियों में जलस्तर बढ़ने से निचले इलाकों में रहने वाले लोग प्रभावित हो रहे हैं. गंगा और कोसी नदी ने कुर्सेला प्रखंड के गांव में तबाही मचा रखा है.

कुर्सेला प्रखंड में पानी का जलस्तर खतरे के निशान से 132 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है. दर्जनों बाढ़ पीड़ित परिवार पलायन करने को मजबूर है. गंगा और कोसी नदी से घिरा पूरा कुर्सेला प्रखंड डूबने के कगार पर आ गया है. प्रखंड और नगर पंचायत के पचखुटी, बाघमारा, मलिनिया, बल्थी महेशपुर, मिर्जापुर, गोबराही दीरा, पत्थर टोला, खेरिया, कुरसेला बस्ती, तीनघरिया, मजदिया, कमलाकान्ही, मधेली, चाय टोला आदि  गांव के हजारों घरों मे बाढ़ पानी घूस गया है.

बाढ़ पीड़ित परिवार मचान पर, चौकी पर खाना बनाकर किसी जिन्दगी बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे है. गांव का सड़क सम्पर्क भंग हो गया है और नाव ही सहारा  है. कुरसेला मे बाढ के विकराल रूप को देख लोगों ने उंचे स्थान की ओर पलायन शुरू कर दिया है. प्रखंड के कई सरकारी स्कूलों में पानी घुस चुका है. पठन-पाठन बंद हो चुका है. स्कूलों में बच्चों को दूसरे स्कूल में शिफ्ट किया गया है. आंगनबाड़ी केंद्रों में भी पानी घुस चुका है.

बिहार के बाढ़ प्रभावित जिलों में बक्सर, भोजपुर, सारण, वैशाली, पटना, समस्तीपुर, बेगूसराय, लखीसराय, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर और कटिहार शामिल हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को हाजीपुर में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए बनाए गए राहत शिविर का दौरा किया और अधिकारियों को 'सहायता और राहत प्रदान करने के लिए हरसंभव प्रयास करने' के निर्देश दिए.