AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी इन दिनों बिहार चुनाव की तैयारी पर है. वे पिछले चार दिन से सीमांचल में न्याय यात्रा निकाल रहे हैं. ऐसे में उन्होंने एनडीटीवी से खास बातचीत में बिहार में गठबंधन, सीमांचल के मुद्दों, 'आई लव मोहम्मद' विवाद, गरबा में मुस्लिमों की 'नो एंट्री' और लद्दाख की स्थिति पर खुलकर बात की. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने साफ किया है कि AIMIM के लिए गठबंधन के दरवाजे अभी पूरी तरह बंद नहीं हुए हैं, लेकिन पार्टी "बहुत दिनों तक इंतजार नहीं कर सकती." उन्होंने बिहार की राजनीति में अपनी मजबूत दावेदारी पेश करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (RJD) पर तीखा हमला बोला और सीमांचल में घुसपैठ के मुद्दे पर सीधे केंद्र सरकार को घेरा.
गठबंधन पर 'नो मोर वेटिंग'
ओवैसी ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी बिहार में महागठबंधन के साथ तालमेल करने के लिए तैयार थी. उन्होंने बताया, "हमने लालू जी को खत लिखा और आपके इंटरव्यू के बाद तेजस्वी को भी खत लिखा." उन्होंने अपनी मांग का खुलासा करते हुए कहा, "आप हमें 6 सीटें दे दीजिए, मंत्री भी मत बनाइए, केवल सीमांचल बोर्ड का गठन कर दीजिए."
उन्होंने आरजेडी के रवैये पर तंज कसते हुए कहा, "दुनिया को बताने के लिए लालू जी के घर के बाहर ढोल बजाया." आरजेडी की ओर से हैदराबाद में चुनाव लड़ने की चुनौती पर उन्होंने पलटवार किया., "आरजेडी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है, आप आइए हैदराबाद चुनाव लड़िए, यादव का नेता बनिए."
ओवैसी ने भावुक होते हुए कहा, "हमें इश्क है सीमांचल की जनता से, इश्क में तोहमत लगते रहते हैं." उन्होंने इसे जाति की लड़ाई मानने से इनकार करते हुए कहा, "मैं तो चाहता हूं कि मुस्लिम लीडरशिप पैदा हो." उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस से गठबंधन को लेकर कोई बात नहीं हुई है और यह फैसला महागठबंधन को करना है. हालांकि, उन्होंने याद दिलाया कि उपराष्ट्रपति चुनाव में हमने इंडिया गठबंधन को वोट किया था.
सीमांचल में घुसपैठ: केंद्र सरकार पर बड़ा वार
सीमांचल में घुसपैठ के आरोपों पर ओवैसी ने केंद्र की एनडीए सरकार को सीधे निशाने पर लिया. उन्होंने कहा, "11 सालों से आप सत्ता में हैं. हर जगह बीएसएफ है. यदि सीमांचल में घुसपैठिया है तो आप ज़िम्मेदार हैं."
उन्होंने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा, "सीमांचल में एक ही घुसपैठिया है, वो है एक मोहतरमा (शेख हसीना) जिसे प्रधानमंत्री ने लाकर यहां बैठाया है." ओवैसी ने सवाल किया, "65 साल में कितना घुसपैठिया निकला, बताइए?" ओवैसी ने सीमांचल में विकास की कमी पर चिंता जताई, "सीमांचल में एम्स नहीं है, कोई उद्योग नहीं है. यहां पर अलीगढ़ का एक छोटा कैंपस है, जहां दो ही विषय पढ़ाए जाते हैं, उसे भी बंद करवाना चाहते हैं."
आई लव मोहम्मद और सोशल बॉयकॉट
आई लव मोहम्मद लिखने पर विवाद और इस पर दुनिया के मुस्लिम देशों को संदेश देने के सवाल पर ओवैसी ने कहा, "कोई यदि आई लव यू कहता है तो क्या समस्या है? लव लिखने में क्या दिक्कत है?" उन्होंने सवाल किया, "इससे पूरी दुनिया में मुस्लिम देशों को आप क्या संदेश देना चाहते हैं?" उन्होंने यह भी कहा, "I Love महादेव में क्या दिक्कत है, करना चाहिए, ये उनका फेथ है."
ओवैसी ने गरबा में मुस्लिमों की 'नो एंट्री' को सोशल बॉयकॉट का एक तरीका करार दिया. उन्होंने मध्य प्रदेश की घटना का हवाला देते हुए कहा कि इंदौर में मुस्लिम दुकानदार को हटाने पर हिंदू दुकानदार आगे आए, ऐसे और लोग सामने आने चाहिए.
लद्दाख पर भविष्यवाणी: 'ये तो होना ही था'
ओवैसी ने लद्दाख की वर्तमान स्थिति पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, "लद्दाख में तो ये होना ही था, उनको मक्खी की तरह दूध में से निकाल फेंका." उन्होंने कहा कि यह सोनम वांगचुक का नहीं, बल्कि लोगों में आक्रोश है और "ये तो राइटिंग ऑन वॉल (writing on wall) था." ओवैसी ने लद्दाख की जनता के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करते हुए कहा, "मैं लद्दाख की जनता के साथ हूं.