क्या मान जाएंगे एनडीए के 'चिराग'? जानिए क्या-क्या है डिमांड और क्यों नहीं बन रही है बात

चिराग पासवान ने बीजेपी की धड़कन तब बढ़ा दी जब सीट बंटवारे से जुड़े सवाल पर उन्होंने कह दिया कि जबतक वो मंत्री हैं तबतक उनपर मंत्रालय की भी ज़िम्मेदारी है.

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  • एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर बातचीत अंतिम दौर में है लेकिन चिराग पासवान के साथ मामला अभी तक सुलझा नहीं है
  • चिराग पासवान अपनी सीटों की मांगों पर पीछे हटने को तैयार नहीं हैं और बीजेपी के प्रस्ताव से संतुष्ट नहीं हैं
  • एलजेपी को जेडीयू के लोकसभा सीट अनुपात के हिसाब से लगभग चालीस सीटें मिलने की मांग है क्योंकि उनके 5 सांसद हैं
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नई दिल्ली:

एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर बातचीत अंतिम दौर में पहुंच गई है लेकिन चिराग पासवान को लेकर मामला अभी भी फंसा हुआ है. पासवान के साथ पेंच सुलझाने के लिए आज दिन भर बैठकों का दौर चलता रहा. बैठकों के बाद सुलह के संकेत भी मिले जब पासवान ने कहा कि बातचीत काफ़ी सकारात्मक रही है. 

एलजेपी रामविलास के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बीजेपी की टेंशन बढ़ा दी है. सीटों की संख्या को लेकर पासवान अपनी मांगों से ज़्यादा पीछे हटने को तैयार नहीं दिख रहे हैं. कल देर रात बिहार में बीजेपी के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के साथ चिराग पासवान से मुलाक़ात भी की लेकिन अभी मामला सुलझ नहीं सका है. सूत्रों के मुताबिक़ बीजेपी की तरफ़ से जितनी सीटें देने का प्रस्ताव चिराग पासवान को दिया गया है उसे लेकर पासवान संतुष्ट नहीं हैं. पासवान उसी फार्मूले के तहत सीटें मांग रहे हैं जिसके तहत बाक़ी सहयोगी पार्टियों को सीटें दी गई हैं. 

लोकसभा सीट के आधार पर सीट की डिमांड

जेडीयू के पास हैं 12 सांसद हैं. और उन्हें 100 सीटें मिलने की बात हो रही है. यानि एक लोकसभा सीट के बदले 8 विधानसभा सीटें. उस हिसाब से एलजेपी रामविलास को 40 सीटें मिलनी चाहिए. क्योंकि उनके 5 सांसद हैं . पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी ने एनडीटीवी से बातचीत में ये भी शिकायत की कि बातचीत की रफ़्तार बहुत धीमी है क्योंकि 10 अक्टूबर से नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू रही है.  

दरअसल कल सुबह चिराग पासवान ने बीजेपी की धड़कन तब बढ़ा दी जब सीट बंटवारे से जुड़े सवाल पर उन्होंने कह दिया कि जबतक वो मंत्री हैं तबतक उनपर मंत्रालय की भी ज़िम्मेदारी है. इस बयान के बाद कयास लगने लगे कि क्या चिराग पासवान मंत्रिपद छोड़ने की धमकी दे रहे हैं? 

बीजेपी चिराग को मनाने मे ंलगी

बस फिर क्या था, बीजेपी ने चिराग पासवान को मनाने के लिए ताबड़तोड़ कोशिशें शुरू कर दी. अपने दूत और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद ने पहले पासवान के घर पर उनकी मां से मुलाक़ात की और फिर दोपहर में ख़ुद चिराग पासवान से भी मिलने पहुंचे. इस मुलाक़ात के बाद दोनों ने कहा कि बातचीत सकारात्मक रही है. 

चिराग के साथ जारी है गतिरोध

इन मुलाकातों के बाद चिराग पासवान के रुख़ में थोड़ी नरमी देखने को ज़रूर मिली लेकिन गतिरोध अभी भी बरक़रार है.पार्टी की ओर से राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी ने देर रात एनडीटीवी से बातचीत में कहा कि बीजेपी ने अभी तक उनकी पार्टी को कोई ठोस फार्मूला नहीं बताया है जिसपर वो अपना मन बना सकें.  इसी बीच पार्टी की संसदीय बोर्ड की आज बुलाई गई बैठक को भी टाल दिया गया है.संभावना है कि ये बैठक अब कल होगी जिसमें पार्टी गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर कोई फ़ैसला ले सकती है. 

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