लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) (LJP-R)के अध्यक्ष चिराग पासवान का दावा है कि ना केवल अब वे एनडीए के अंग हैं बल्कि अगले साल लोकसभा और 2025 के बिहार विधानसभा चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ तालमेल को लेकर फार्मूला पर सहमति भी बन गई है. चिराग आज पटना में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. इसके पूर्व शनिवार को उनके चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने दावा किया था कि चिराग भले एनडीए की बैठक में आमंत्रित थे लेकिन वे अब तक इसका हिस्सा नहीं हैं.
चिराग पासवान ने कहा कि, ''लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) पार्टी एनडीए का हिस्सा बनेगी. औपचारिक घोषणा की है. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि, लंबे समय से आपका यही सवाल था कि किस गठबंधन का हिस्सा हैं, या किस गठबंधन में जाएंगे. हर वक्त मैंने यही जवाब दिया कि चुनाव के वक्त ही यह फैसला लिया जाएगा.''
चिराग पासवान ने कहा कि, ''भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं के द्वारा लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) से निरंतरता से संपर्क साधा गया. मुझसे केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय की कई मुलाकातें हुईं. हम लोगों की कई चिंताएं थीं, उनको मुलाकातों में सम्मान दिया गया. उसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मेरी मुलाकात हुई. और उसके बाद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात हुई.इन मुलाकातों में आने वाले 2024 और 2025 के चुनाव को लेकर गठबंधन की रूपरेखा तैयार की गई. यह औपचारिक घोषणा कर दी गई है कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) एनडीए का हिस्सा है.''
उन्होंने कहा कि, "इससे पूर्व जब हम लोग एनडीए से अलग हुए, तब भी किसी दूसरे गठबंधन में नहीं गए. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने 2020 का चुनाव अकेले लड़ना पसंद किया लेकिन अपने स्वार्थ के लिए सिद्धांतों से हमने कभी समझौता नहीं किया. अब जब एनडीए का हिस्सा बने हैं तो पूर्ण विश्वास से कहते हैं कि जो परिणाम 2019 के चुनाव में देखने को मिले थे, जहां 40 में से 39 सीटें एनडीए ने जीती थीं, अब इस बार 40 की 40 सीटें एनडीए गठबंधन जीतेगा."
चिराग पासवान ने कहा कि, "मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर आक्रोश बिहार की जनता में है. उपचुनाव में वह आक्रोश हम देख चुके हैं. गोपालगंज के परिणाम हों या कुरणी के परिणाम हों, उस वक्त औपचारिक तौर पर एनडीए का हिस्सा न होने के बावजूद हमने भाजपा का समर्थन किया था. परिणाम यह दर्शाते हैं कि नीतीश कुमार जिस गठबंधन मे रहेंगे उस गठबंधन को निगेटिव वोटिंग से नुकसान ही होगा.''
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