बीपीएससी परीक्षा विवाद : फिर छात्रों के समर्थन में सड़क पर उतरे खान सर और गुरु रहमान, सरकार से है ये मांगें

खान सर ने संवाददाताओं से कहा, 'बीपीएससी के प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी दोबारा परीक्षा चाहते हैं. बीपीएससी द्वारा 13 दिसंबर को आयोजित सीसीई परीक्षा को तत्काल रद्द किया जाना चाहिए. बीपीएससी ने परीक्षा में 'अंकों के नारमेलाईजेशन'' की प्रक्रिया का इस्तेमाल किया, जो अस्वीकार्य है. हमने पटना उच्च न्यायालय के समक्ष सभी साक्ष्य प्रस्तुत किए हैं.'

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पटना:

बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की पिछले साल 13 दिसंबर को आयोजित 70वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (सीसीई) को रद्द करने की मांग को लेकर आंदोलन सोमवार को उस समय और तेज हो गया, जब लोकप्रिय शिक्षक खान सर और मोतीउर रहमान खान पटना में प्रदर्शनकारियों में शामिल हो गए. मोतीउर रहमान खान को गुरु रहमान के नाम से जाना जाता है.

खान सर और गुरु रहमान ने बीपीएससी प्रदर्शनकारियों के साथ राज्य की राजधानी पटना में मुसल्लापुर से गर्दनी बाग तक विरोध मार्च निकाला. इस मार्च में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने तख्तियां लेकर 13 दिसंबर की परीक्षा रद्द करने की मांग की.

बीपीएससी द्वारा 13 दिसंबर को आयोजित सीसीई प्रश्नपत्र लीक होने के आरोपों के कारण विवादों में रही है. हालांकि सरकार ने आरोपों को खारिज कर दिया था और पटना के एक केंद्र पर परीक्षा में शामिल हुए 12,000 उम्मीदवारों के लिए नए सिरे से परीक्षा आयोजित कराई थी.

बीपीएससी द्वारा पिछले साल 13 दिसंबर को राज्य भर के 911 केंद्रों और चार जनवरी 2025 को पटना के 22 केंद्रों पर आयोजित 70वीं सीसीई परीक्षा के नतीजे भी 23 जनवरी को घोषित कर दिए गए हैं.

खान सर ने संवाददाताओं से कहा, 'बीपीएससी के प्रदर्शनकारी अभ्यर्थी दोबारा परीक्षा चाहते हैं. बीपीएससी द्वारा 13 दिसंबर को आयोजित सीसीई परीक्षा को तत्काल रद्द किया जाना चाहिए. बीपीएससी ने परीक्षा में 'अंकों के नारमेलाईजेशन'' की प्रक्रिया का इस्तेमाल किया, जो अस्वीकार्य है. हमने पटना उच्च न्यायालय के समक्ष सभी साक्ष्य प्रस्तुत किए हैं.'

पटना उच्च न्यायालय के समक्ष 13 दिसंबर को आयोजित बीपीएससी की सीसीई परीक्षा को रद्द करने की मांग वाली कई याचिकाएं पहले ही दायर की जा चुकी हैं.

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खान सर ने कहा, ' हमारे पास सबूत हैं कि सीसीई परीक्षा के प्रश्नपत्र एक वरिष्ठ अधिकारी के निर्देश के बाद बदले गए थे, खासकर खगड़िया और भागलपुर में. नवादा और गया में कोषागार से प्रश्नपत्र कैसे चोरी हो गए? मैं छात्रों के हित के लिए लड़ूंगा और यह तब तक जारी रहेगा जब तक 13 दिसंबर की परीक्षा रद्द नहीं हो जाती. कल और भी छात्र विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे.'

श्रीमद्भगवद् गीता को हाथ में पकड़े हुए खान सर ने कहा, 'कोई भी उम्मीदवारों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने नहीं दे रहा है. राज्य सरकार से फिर से परीक्षा आयोजित करने का अनुरोध करते हैं. यह राज्य सरकार के लिए भी अच्छा होगा क्योंकि बिहार में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने हैं. चूंकि राज्य में डबल इंजन की सरकार है, इसलिए हम छात्रों के लाभ के लिए प्रधानमंत्री से भी हस्तक्षेप की मांग करते हैं.'

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