Bihar Voter List: NDA के दबदबे वाले इलाके में सबसे अधिक वोटर कटे, महागठबंधन के गढ़ में सबसे कम

सीमांचल के इलाके में सबसे अधिक मतदाताओं के नाम कटे हैं, सीमांचल के चार जिले पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज और अररिया को मिलाकर 9.88 फीसदी मतदाताओं के नाम कटे हैं. 2020 के चुनाव में सीमांचल की 24 सीटों में 12 एनडीए ने जीती थी.

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बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन के काम में लगे बीएलओ.
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  • बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण के बाद कुल 65 लाख से अधिक वोटरों के नाम सूची से हटा दिए गए हैं.
  • सीमांचल के चार जिलों में 9.88 प्रतिशत मतदाताओं के नाम कटे हैं, जहां एनडीए का दबदबा रहा.
  • मगध क्षेत्र में मात्र 6.98 प्रतिशत वोटरों के नाम कटे हैं, इस क्षेत्र में महागठबंधन मजबूत स्थिति में है.
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Bihar Voter List: बिहार में मतदाता सूची के गहन परीक्षण के बाद नो आयोग ने आज ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी कर दी. इस लिस्ट के अनुसार बिहार में 65 लाख से अधिक वोटरों का नाम कटा है. पहले राज्य में कुल वोटरों की संख्या 7 करोड़ 89 लाख 69 हजार 844 थी. जो अब घट कर 7 करोड़ 24 लाख 5 हजार 756 रह गई है. ऐसे में निर्वाचन आयोग के वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के पहले चरण में बिहार में कुल 65 लाख 64 हजार 75 वोटरों के नाम कटे. चुनाव आयोग के जारी किए गए ड्राफ्ट मतदाता सूची के विश्लेषण से कई चौंकाने वाली जानकारियां मिलती हैं. आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि जहां सबसे अधिक मतदाताओं के नाम कटे हैं, उस इलाके में NDA ने पिछले चुनाव में जीत दर्ज की थी. जहां सबसे कम वाटर कटे हैं वहां महागठबंधन का दबदबा रहा था. 

सीमांचल में सबसे अधिक वोट कटे, NDA यहां आगे थी

सीमांचल के इलाके में सबसे अधिक मतदाताओं के नाम कटे हैं, सीमांचल के चार जिले पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज और अररिया को मिलाकर 9.88 फीसदी मतदाताओं के नाम कटे हैं. 2020 के चुनाव में सीमांचल की 24 सीटों में 12 एनडीए ने जीती थी. वहीं महागठबंधन ने 7 और ओवैसी की पार्टी ने 5 सीटों पर कब्जा जमाया था. 

मगध में सबसे कम वोटर कटे, यहां महागठबंधन NDA से काफी आगे

बिहार में मगध के इलाके में सबसे कम मतदाताओं के नाम सूची से बाहर हुए हैं. पटना, जहानाबाद, औरंगाबाद, अरवल, गया, नवादा और नालंदा में कुल 6.98 फीसदी मतदाताओं के नाम कटे. इस इलाके में 2020 में महागठबंधन ने शानदार जीत दर्ज की थी. इलाके की 47 में से 30 सीटें महागठबंधन के पाले में आई थी, वहीं एनडीए महज 17 सीटों पर जीत दर्ज पाया था. 

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मगध के जिलों में कितने कितनी सीटें जीती थी

  • पटना के 14 में से 9 सीटें महागठबंधन, 5 एनडीए ने जीती थी. 
  • जहानाबाद की 3 की तीनों सीटें महागठबंधन ने जीती थीं.
  • औरंगाबाद की सभी 6 सीटें महागठबंधन ने जीती थी. 
  • अरवल की दोनों सीटें महागठबंधन की झोली में आई थी. 
  • गया की दस में से 5-5 सीटें दोनों गठबंधन के हिस्से आई थी. 
  • CM नीतीश के गृह जिले नालंदा में 6 सीटें NDA और 1 सीट महागठबंधन के खाते में आई थी.

सीमांचल के जिलों का हाल भी जानिए

पूर्णिया की 7 में से 4 सीटें एनडीए ने, 1 सीट महागठबंधन ने और 2 सीटें AIMIM ने जीती थी. कटिहार की 7 में से 4 सीटें एनडीए ने तो 3 महागठबंधन ने जीती. वहीं अररिया की 6 में से 4 सीटें एनडीए ने 1 महागठबंधन ने और 1 सीट AIMIM ने जीती थी. किशनगंज में एनडीए एक भी सीट नहीं जीती थी. 4 में से 2 सीटें महागठबंधन ने और 2 AIMIM ने जीती थी.

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