अजब-गजब बिहार! पुलिस से बचने की निकाली ऐसी तरकीब कि खुद पुलिसवाले भी रह गए हैरान

लिस को पक्की सूचना मिली थी कि त्रिपुरारी अपने घर में ही है, लेकिन पुलिस को मिल नहीं रहा था. इसलिए खोजबीन गहन होने लगी. छापेमारी के दौरान अचानक आंगन में एक प्लाई बोर्ड रखा दिखा.

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  • बेगूसराय के बरौनी गांव निवासी त्रिपुरारी कुमार ने अपने घर के आंगन में बंकरनुमा तहखाना बनाया था
  • पुलिस ने त्रिपुरारी कुमार को उसके घर पर करीब दस बार छापेमारी के बाद शनिवार रात गिरफ्तार किया
  • त्रिपुरारी पर सरकारी अनाज गबन, लाखों रुपये की ठगी और दो जानलेवा हमले के चार मामले दर्ज हैं
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यूं तो आपने देखा और सुना होगा कि जब दुश्मन देश या आतंकी हमला होता है तो सैनिक बंकरनुमा बने तहखाना में छुपकर अपनी जान बचाते हैं. कश्मीर में भी अक्सर पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग से बचने के लिए लोग घरों में बंकर बनाते हैं मगर बिहार में नहीं सुने होंगे. वो भी बेगूसराय में. बेगूसराय से किसी देश की सीमा नहीं लगती.  फिर भी एक निवासी ने घर में बनवा रखा है. 

क्यों बंकर बनाया

बेगूसराय के तेघरा थाना क्षेत्र के बरौनी गांव निवासी त्रिपुरारी कुमार पर सरकारी अनाज गबन करने समेत लाखो रुपये ठगी करने के कई मामले दर्ज थे. इस मामले में पुलिस ने त्रिपुरारी कुमार के घर करीब 10 बार छापेमारी की, लेकिन त्रिपुरारी कुमार गिरफ्तार नहीं हुआ. आखिरकार, तेघरा डीएसपी कृष्ण कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने शनिवार की देर रात एक बार फिर छापेमारी की, वो फिर नहीं मिला, तो पुलिस को शक हुआ. पुलिस को पक्की सूचना मिली थी कि त्रिपुरारी अपने घर में ही है, लेकिन पुलिस को मिल नहीं रहा था. इसलिए खोजबीन गहन होने लगी. छापेमारी के दौरान अचानक आंगन में एक प्लाई बोर्ड रखा दिखा. पुलिस ने जब प्लाई बोर्ड हटाया तो अंदर तहखाना था. उसमें जाने के लिए बांस की सीढ़ी लगी हुई थी. जब पुलिस ने अंदर लाइट जलाकर देखा तो उसमें त्रिपुरारी कुमार छुपा हुआ था.

पुलिस ने उसे बंकर से बाहर निकाला और गिरफ्तार किया. दरअसल, त्रिपुरारी कुमार अपने दो मंजिले मकान के आंगन में सेफ्टी टैंक नुमा 20 फीट एक तहखाना बना रखा था और उसमें बांस का सीढ़ी लगाकर अंदर बाहर होता था और ऊपर से आंगन में एक प्लाईवुड रखा जाता था, जिससे किसी को शक नहीं हो.

कौन-कौन से केस दर्ज

 इस मामले में तेघड़ा डीएसपी कृष्ण कुमार ने बताया कि त्रिपुरारी पर कुल चार मामले दर्ज हैं. फिलहाल उसकी गिरफ्तारी 128 कि्वंटल सरकारी अनाज की धोखाधड़ी कर कालाबाजारी करने के मामले में की गई है. दरअसल, त्रिपुरारी के पिता गोपाल प्रसाद सिंह डीलर थे और उनके निधन के बाद उसने सरकारी अनाज लौटाया नहीं और गबन कर लिया था. इस मामले में प्राथमिकी दर्ज थी, इसके साथ ही 37 लाख रुपये से ज्यादा के धोखाधड़ी का मामला भी दर्ज था. इसके अलावा दो जानलेवा हमले के मामले का भी यह आरोपी है. फिलहाल पुलिस उसे गिरफ्तार कर आगे की कानूनी कार्रवाई में जुटी हुई है.

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