- पटना जंक्शन के बाहर एक पानी भरा होने की वजह से पांच लोगों से भरी कार बड़े गड्ढे में गिर गई.
- नीतू चौबे ने जिला अधिकारी और संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर गड्ढे की वजह से हुए नुकसान की शिकायत की.
- उन्होंने इस घटना को चुनावी माहौल में सरकार को बदनाम करने की साजिश बताते हुए BUIDCO की गलती ठहराई.
बिहार की राजधानी पटना में जलभराव की वजह से एक हादसा (Patna Car Fall In To Waterlogging) हो गया. पटना जंक्शन के बाहर पानी भरे होने की वजह से एक कार गड्ढे में गिर गई. इस घटना का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें सड़क का एक बड़ा हिस्सा टूटा हुआ दिखाई दे रहा है और उसमें पानी भरा हुआ है. इसी गड्ढे में एक कार गिरी हुई दिखाई दे रही है. यह कार नीतू चौबे नाम की एक महिला की है. उन्होंने इस घटना पर नाराजगी जताई है.
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कार मालिकिन नीतू चौबे ने कहा कि उन्होंने जिला अधिकारी समेत सभी संबंधित अधिकारियों से मामले को लेकर संपर्क किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह घटना चुनावी माहौल में सरकार को बदनाम करने की साजिश है. ये सब BUIDCO की गलती है. उन्होंने सड़क पर गड्ढा बनाकर 20 दिनों तक ऐसे ही छोड़ दिया. बारिश का मौसम है. उन्होंने कहा कि गाड़ी में 5 लोग थे अगर किसी की जान चली जाती तो क्या होता. इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा. नीतू चौबे ने कहा कि अगर किसी की जान चली जाती, तो इसकी ज़िम्मेदारी कौन लेता. बड़ा गड्ढा होने के बाद भी कोई बैरिकेडिंग नहीं थी.
नीतू चौबे ने बताया कि उनकी गाड़ी गिरने के बाद एक और व्यक्ति अपनी बाइक के साथ उसी गड्ढे में गिर गया. स्थानीय लोगों का कहना है कि हर रोज कोई न कोई इस गड्ढे में गिरता है. नीतू चौबे ने कहा कि गाड़ी को खत्म हो चुकी है ईश्वर का शुक्र है कि लोग बच गए. प्रशासन कह रहा है कि गड्ढे से गाड़ी निकलवा लो लेकिन वह क्यों निकलवाएं.
कार के नुकसान की भरपाई की जाए
कार मालकिन ने गाड़ी के नुकसान की पूर्ति की मांग की है. उन्होंने कहा कि हादसे के बाद उन्होंने थाने में कॉल किया था और डीएम साहब से भी बात की थी.चार घंटे तक उनकी कार गड्ढे में पड़ी रही लेकिन तब तक उसे बाहर नहीं निकाली गई. यह कार भागलपुर क्षेत्र की थी.