बिहार में पंचायत चुनाव में हंगामे का मामला सामने आया है. यह मामला कुशेश्वरस्थान पंचायत चुनाव का है, जहां ईवीएम को तोड़कर मजिस्ट्रेट के साथ मारपीट की गई है. बिहार में पंचायत चुनाव के अंतिम चरण के चुनाव हो रहे हैं. इसके दौरान कुशेश्वरस्थान पूर्वी प्रखंड के चिगरी सिमराहा पंचायत के चिगड़ी गांव स्थित बूथ संख्या 151 एवं 152 पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया. लोगों ने ईवीएम तोड़ दीं और मजिस्ट्रेट को जमकर पीटा. इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसमें स्थानीय लोग हंगामा करते हुए दिख रहे हैं.
हंगामे में तीन पुलिस कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें ईलाज के लिए सतीघाट स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है. मारपीट के मामले में पुलिस ने अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया है.
इस मामले पर एसएसपी बाबूराम ने बताया कि 6 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है और इस घटना के मुख्य आरोपी मिथलेश यादव की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. साथ ही SSP ने बताया कि इस घटना में तिलकेश्वर ओपी प्रभारी की भूमिका संदिग्ध पाई गई है, जिसके बाद उन्हें हटा दिया गया. इसके साथ ही उनकी भूमिका की भी जांच की जा रही है.
केजरी सिमराहा पंचायत के बूथ संख्या 151 एवं 152 पर कल हुए असामाजिक तत्वों के हमले के बाद दोनों मतदान केंद्र का चुनाव रद्द कर दिया गया है. कुशेश्वरस्थान प्रखंड के निर्वाचित पदाधिकारी प्रखंड विकास पदाधिकारी उमेश प्रसाद सिंह बताया कि ईवीएम तोड़ने की घटना की जानकारी मिलने के बाद जिला निर्वाचन पदाधिकारी के निर्देश पर उक्त दोनों मतदान केंद्रों के चुनाव को रद्द कर 14 दिसंबर को वहां दोबारा मतदान कराया जाएगा और उसका मतगणना भी उसी दिन 6:00 बजे शाम से होगी.
इस घटना में मुखिया प्रत्याशी वीरेंद्र चौपाल समेत 6 लोग गिरफ्तार किए गए हैं जबकि इसका अन्य साथी मुख्य अभियुक्त मिथिलेश कुमार यादव एवं उसकी पत्नी फूल कुमारी फरार बताई जाती है. मिथिलेश यादव मतदान केंद्र संख्या 151 और 152 का बीएलओ भी है और झझरा मध्य विद्यालय का प्रधानाध्यापक भी है. ग्रामीणों के द्वारा बताया गया है कि मुखिया पद का प्रत्याशी विरेंदर चौपाल मिथिलेश यादव का ही समर्थन प्राप्त उम्मीदवार है.