बिहार में जहरीली शराब पीने से अब तक 50 लोगों की मौत की खबर आ रही है. जहरीली शराब से सबसे ज्यादा मौतें सिवान में हुई हैं. यहां अभी तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, छपरा,सारण और गोपालगंज में भी कई लोगों की मौत की खबर है. जहरीली शराब पीने की वजह से कई लोग गंभीर रूप से बीमार हैं. जिनका फिलहाल अस्पताल में इलाज चल रहा है. पुलिस फिलहाल इस पूरे मामले की जांच में जुटी है.
और बढ़ सकता है मौत का आंकड़ा
जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा अभी और बढ़ने की आशंका है. डॉक्टरों के अनुसार जहरीली शराब पीने की वजह से जिन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है उनकी हालत बेहद खराब है. पटना के अस्पताल में भी जिन लोगों को इलाज के लिए रेफर किया गया था उनमें से ज्यादा लोगों की भी इलाज के दौरान ही मौत हो चुकी है.
बिहार सरकार का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा था
जहरीली शराब से हुई मौतों को लेकर बिहार सरकार किस कदर संवेदनशील है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि इस घटना की जानकारी मिलने के बाद गुरुवार को कोई भी आला अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा था. न ही बिहार सरकार के किसी मंत्री ने ही संबंधित गांवों का दौरा किया था. बिहार में जहरीली शराब का यह कोई पहला मामला नहीं है. पहले भी इस तरह की घटनाएं हुई है. लेकिन हैरान करने की बात ये है कि राज्य सरकार ने कभी जहरीली शराब बनाने के पीछे जो बड़े प्लेयर हैं उन्हें कभी गिरफ्तार नहीं किया जाता है.
पहले भी आया था ऐसा मामला
बिहार में जहरीली शराब से मौत का यह कोई पहला मामला नहीं है. पिछले ही साल सीतामढ़ी में जहरीली शराब पीने से 6 लोगों की मौत हो गई थी. मृतकों के परिवारों का कहना था कि जिन लोगों की उस घटना में मौत हुई थी उन सभी एक साथ बैठकर शराब पी थी. जहरीली शराब पीने के बाद इन लोगों की तबीयत बिगड़ गई थी.इसके बाद इन्हें इलाज के लिए पास के अस्पताल लेकर जाया गया था. जहां इलाज के दौरान एक-एक कर सभी की मौत हो गई थी.