बिजली, पानी, शौचालय से एजुकेशन सिटी, टेक हब, स्पोर्ट्स सिटी तक... कितना बदला 7 निश्चय का लक्ष्य?

सात निश्चय कार्यक्रम 2015 में पहली बार लाया गया. उसके बाद एनडीए की सरकार ने भी इसे जारी रखा है. विपक्ष हमेशा आरोप लगाता रहा है कि सात निश्चय के कई काम अधूरे हैं. फिर भी सरकार ने नए फैसले किए हैं.

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  • बिहार कैबिनेट ने 7 निश्चय पार्ट-3 को मंजूरी दी है, जिसमें रोजगार, कौशल विकास और शिक्षा पर जोर है.
  • सात निश्चय पार्ट 3 में एक करोड़ युवाओं को रोजगार देने और पचास लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा गया है.
  • इस योजना में एजुकेशन सिटी, स्पोर्ट्स सिटी, टेक हब, विशेष हॉस्पिटल, शहरी गरीबों के लिए पक्के आवास की बात है.
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पटना:

Bihar Govt 7 Nischay: बिहार कैबिनेट ने आज सात निश्चय पार्ट 3 को मंजूरी दे दी. आज कैबिनेट में एकमात्र एजेंडा सात निश्चय से जुड़ा लाया गया था. रोजगार, कौशल विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य समेत 7 निश्चय लिए गए हैं. इनमें एजुकेशन सिटी, स्पोर्ट्स सिटी के निर्माण, स्पोर्ट्स हब डिवलेप करने जैसे निश्चय शामिल हैं. 2015 में जब 7 निश्चय पार्ट - 1 आया था तो उसमें बिजली, पानी, गली-नाली और शौचालय निर्माण जैसे निश्चय लिए गए थे. पार्ट 1 बुनियादी जरूरतों पर फोकस्ड था तो पार्ट 3 अब भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर लाया गया है. 


सात निश्चय पार्ट - 3 के निश्चय

  1. दोगुना रोजगार- दोगुनी आय 
  2. समृद्ध उद्योग-सशक्त बिहार
  3. कृषि में प्रगति-प्रदेश की समृद्धि
  4. उन्नत शिक्षा-उज्ज्वल भविष्य
  5. सुलभ स्वास्थ्य-सुरक्षित जीवन
  6. मजबूत आधार-आधुनिक विस्तार
  7. सबका सम्मान-जीवन आसान

सात निश्चय पार्ट - 1 के निश्चय  

  1. आर्थिक हल, युवाओं को बल
  2. आरक्षित रोजगार, महिलाओं को अधिकार
  3. हर घर बिजली
  4. हर घर नल का जल
  5. घर तक पक्की गली, नालियां 
  6. शौचालय निर्माण, हर घर का सम्मान
  7. अवसर बढ़े, आगे पढ़ें

10 साल में कितना बदला 7 निश्चय?

पहले 7 निश्चय कार्यक्रम में स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, स्किल डिवलेपमेंट, कॉलेज और यूनिवर्सिटी में फ्री वाई - फाई और स्टार्टअप नीति के जरिए युवाओं को फायदा पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया था.

  1. इस बार भी युवाओं पर फोकस है. सात निश्चय पार्ट 3 में सरकार ने 1 करोड़ युवाओं को रोजगार देने, 50 लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य निर्धारित किया है. साथ ही नए कौशल विकास विभाग का गठन भी किया है. 
  2. पार्ट 1 में सभी जिलों में पॉलिटेक्निक, इंजीनियरिंग, पारा मेडिकल कॉलेज की स्थापना का निश्चय किया गया था. इसके साथ राज्य में 5 नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना जैसे फैसले किए गए थे.
  3. इस बार सरकार ने नए एजुकेशन सिटी के निर्माण का निर्णय लिया है. साथ ही उच्च शिक्षा विभाग का भी गठन किया गया है. 
  4. 7 निश्चय पार्ट 1 में गली, नाली का पक्कीकरण, हर घर में शौचालय का निर्माण का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. पार्ट 3 में सरकार ने नए नियोजित शहर बसाने, शहरी गरीबों को पक्के आवास देने का लक्ष्य रखा है. 
  5. इसके अलावा नई फिल्म सिटी का निर्माण, वर्ल्ड क्लास स्पोर्ट्स सिटी, बिहार को टेक हब बनाने, प्रखंड स्तर पर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल और जिला स्तर पर सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल बनाने जैसे निश्चय किए गए हैं. 

इन ऐलानों को 5 साल के अंदर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. सात निश्चय कार्यक्रम 2015 में पहली बार लाया गया. उसके बाद एनडीए की सरकार ने भी इसे जारी रखा है. विपक्ष हमेशा आरोप लगाता रहा है कि सात निश्चय के कई काम अधूरे हैं. फिर भी सरकार ने नए फैसले किए हैं.

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