जब मंत्री और JDU प्रवक्ता आपस में भिड़े, क्या है वो बयान जिस पर बिहार में मच गया बवाल

अशोक चौधरी ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि मैंने अपनी बेटी की शादी भी भूमिहार समाज में की है. ऐसे में मैं कभी इस समाज के बारे में बुरी बात नहीं कह सकता.

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नई दिल्ली:

जेडीयू नेता और बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी के जहानाबाद में भूमिहार समाज को लेकर दिए बयान के बाद बिहार में राजनीतिक हड़कंप मच गया है. बीजेपी, कांग्रेस और यहां तक की उनकी पार्टी जेडीयू, सभी ने उनकी इस टिप्पणी की खुलकर आलोचना की है. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने तो यहां तक कहा कि अशोक चौधरी पार्टी में नए हैं, पार्टी के निर्माण में इसकी कोई भूमिका नहीं रही है, वो बने बनाए घर में आए हैं, इसीलिए ऐसे लोगों के बयान को पार्टी तवज्जो नहीं देती है.

नीरज कुमार ने कहा कि अशोक चौधरी के जाति को लेकर दिए गए बयान को पार्टी सिरे से खारिज करती है. नीतीश कुमार ने अपने राजनीतिक जीवन में वोट के लिए कभी जाति की बात नहीं की. पार्टी के नेतृत्वकर्ता की नीतियों के विपरीत बयान देना अनुशासनहीनता है. 

उन्होंने अशोक चौधरी पर निशाना साधते हुए कहा कि कोई पार्टी का टिकट दिलाने को लेकर झूठ बोल सकता है, लेकिन ये बात जान लेनी चाहिए कि किसको टिकट देना है, इसका अधिकार सिर्फ नीतीश कुमार को ही है.पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता अशोक चौधरी के बयान से असहमत है.

नीरज कुमार, प्रवक्ता, जेडीयू

जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि जहानाबाद में चुनाव के समय जो भी हुआ, वोट नहीं मिला, ये एक दूसरी बात है, लेकिन कटिहार में तो अशोक चौधरी खुद प्रभारी थे, वहां पर हम चुनाव क्यों हारे? इस पर वो क्यों नहीं बोल रहे हैं.

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वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि भूमिहार एक जाति नहीं बल्कि कल्चर है. भूमि से जुड़ने जमीन पर रहने और जमीनी हकीकत को जानने की ताकत आज भी किसी को है तो जो जमीन से जुड़ा है उसी को है. 

उन्होंने कहा कि जाति की बात करने वाले और जाति की राजनीति करने वाले कभी ना जमात के और ना राष्ट्र के हितैषी हो सकते हैं. कोई भी पढ़ा लिखा व्यक्ति इस तरह की मानसिकता नहीं रख सकता.

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जेडीयू का चरित्र राजनीतिक उन्माद फैलाने वाला - तेजस्वी यादव

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अशोक चौधरी के बयान पर कहा कि JDU का चाल चरित्र ही ऐसा है. किसी नेता से कुछ कहलवाएंगे और किसी नेता से कुछ बयान दिलवाएंगे. इन लोगों का काम ही यही है. उन्होंने कहा कि इस बयान का कोई मतलब नहीं है कि भूमिहार जाति के कितने लोग बेरोजगार हैं, अल्पसंख्यक कितने बेरोजगार हैं या पिछड़ा-दलित कितने बेरोजगार हैं. उनको कैसे नौकरी दी जाए, उनको कैसे रोजगार दिया जाए, इस पर बात नहीं करेंगे. तेजस्वी ने कहा कि सीतामढ़ी के सांसद ने भी यादव और मुसलमानों को लेकर इस तरह का आपत्तिजनक बयान दिया है, ये लोग सिर्फ सत्ता में भोग लगाना जानते हैं.

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आरजेडी नेता तेजस्वी ने कहा कि अगर कोई जाति वोट नहीं देगा, तो क्या हम उसका तिरस्कार करेंगे? हम लोग पॉजिटिव लोग हैं, वो निगेटिव लोग हैं, ये लोग यही काम करते हैं, वोट नहीं देंगे तो उनका तिरस्कार करेंगे. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सबका अधिकार है किसे वोट दें और किसे नहीं दें.

भूमिहार समाज से माफी मांगें अशोक चौधरी - कांग्रेस

इधर कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि अशोक चौधरी मंत्री पद पर हैं, उनका इस तरह का बयान शर्मनाक है. उनके पिताजी महावीर चौधरी को भूमिहार समाज भी वोट देकर जिताता रहा है, उनको भी इस समाज ने वोट दिया है. कांग्रेस नेता ने कहा कि भूमिहार समाज कभी जाति नहीं देखता, वो तो हमेशा सभी समाज को साथ लेकर चलता है. इसीलिए अशोक चौधरी को अपने बयान के लिए पूरे देश के भूमिहार समाज से माफी मांगनी चाहिए.

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वहीं अशोक चौधरी ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि जेडीयू में रहते हुए जिन लोगों ने पार्टी का साथ नहीं दिया, मैं तो उसके बारे में कह रहा था. वहीं अपने दामाद को टिकट दिलाने के आरोप पर उन्होंने कहा कि ये सब आरोप बेबुनियाद हैं. मैंने अपनी बेटी की शादी भी भूमिहार समाज में की है. ऐसे में मैं कभी इस समाज के बारे में बुरी बात नहीं कह सकता.

दरअसल दो दिन पहले जहानाबाद में मंत्री अशोक चौधरी ने भूमिहार समाज पर निशाना साधते हुए कहा था कि लोकसभा चुनाव में भूमिहार समाज ने जेडीयू को वोट नहीं दिया, इसीलिए हम चुनाव में हार गए. अब हम उनके लिए काम नहीं करेंगे.
 

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