बिहार की राजधानी पटना में 12 जून को विपक्षी एकता की बैठक होनी है. इस बैठक से पहले पटना स्थित बापू सभागार में प्रजापति समाज के तरफ से सम्मेलन का आयोजन किया गया था. इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के तौर पर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को निमंत्रण दिया गया था. उप मुख्यमंत्री के साथ महागठबंधन के सभी नेताओं को भी निमंत्रण दिया गया था. इस कार्यक्रम में महागठबंधन सरकार के कई मंत्री पहुंचे हुए थे, लेकिन तेजस्वी यादव नहीं पहुंचे. मंच पर उनकी कुर्सी खाली ही रह गई. कार्यक्रम में कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) भी उपस्थित थे.
जब तेजस्वी यादव मंच पर नहीं पहुंचे तो पत्रकारों ने कन्हैया कुमार से सवाल किया तो इस पर कांग्रेस नेता चुप्पी साधते सवाल को टालते नजर आएं. कन्हैया कुमार ने इस सवाल पर केवल इतना ही कहा- "मंच पर अध्यक्ष जी कुछ कह रहे हैं उनकी बात सुनिए. चलिए हमको जनता को देखने दीजिए." पटना के ज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पूरा मामला सामने आया.
तेजस्वी यादव के नहीं पंहुचने पर मंत्री अशोक चौधरी भी गोल मटोल जवाब देते नजर आएं. उन्होंने कहा- "उप मुख्यमंत्री से हमारी बात नहीं हुई थी. उनके सहयोगी ने कहा कि विभाग का कार्यक्रम है. इसलिए हम विभाग के कार्यक्रम में जा रहे हैं." वहीं, प्रजापति सम्मेलन के आयोजक पिंटू गुरुजी प्रदेश महासचिव ने कहा- "तेजस्वी यादव मंच पर नहीं पहुंचे हैं तो हमारे समाज के लोगों को निराशा हुई है. हमारे समाज के लोग आरजेडी को वोट देते थे. लालू प्रसाद यादव हमारे समाज के लोगों के लिए बहुत काम किए हैं. हम लोग चाहते थे कि तेजस्वी यादव लोगों के साथ मंच साझा करें लेकिन उन्होंने दूरी बना ली. इसका हम लोगों को खेद है."
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