पटना में राष्ट्रकवि दिनकर की प्रतिमा पर PM मोदी का माल्यार्पण, क्या भूमिहार वोट साधने की है ये रणनीति?

दिनकर की प्रतिमा से कार्यक्रम की शुरुआत कर, प्रधानमंत्री ने न केवल एक बड़ा सामाजिक समूह साधने की कोशिश की है, बल्कि बिहार के साहित्यिक गौरव के प्रति सम्मान भी जताया है.

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  • PM मोदी ने पटना में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की.
  • मोदी का रोड शो तीन विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरा और पटना साहिब के गुरुद्वारे में समापन हुआ.
  • महागठबंधन ने इस बार टिकट बंटवारे में भूमिहार उम्मीदवारों को अधिक प्राथमिकता दी है.
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पटना:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को पटना में अपने व्यापक कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रकवि रामधारी सिंह 'दिनकर' की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके की, जिसने उनके रोड शो को एक प्रतीकात्मक और सांस्कृतिक आयाम दे दिया. दिनकर गोलंबर से शुरू हुए इस माल्यार्पण के तुरंत बाद, प्रधानमंत्री ने पटना में एक घंटे लंबा रोड शो किया. यह भव्य रोड शो दो महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्रों से होकर गुजरा और इसका समापन तीसरी विधानसभा पटना साहिब में हुआ, जहां उन्होंने गुरुद्वारे का दौरा भी किया. दिनकर की प्रतिमा से कार्यक्रम की शुरुआत कर, प्रधानमंत्री ने न केवल एक बड़ा सामाजिक समूह साधने की कोशिश की है, बल्कि बिहार के साहित्यिक गौरव के प्रति सम्मान भी जताया है.

भूमिहारों को एकजुट रखने का संदेश

यूं तो दिनकर की रचनाएं जाति और जातिवाद के खिलाफ रही हैं लेकिन उनकी जातीय पहचान के सहारे अगड़ों के एक बड़े वर्ग को साधने की कोशिश होती है. दिनकर भूमिहार थे. पिछले चुनाव में अगड़ी जातियों में भूमिहार ही वह जाति थी जिसने महागठबंधन को सबसे अधिक वोट दिया था. अगड़ी जातियों में 15% ब्राह्मणों ने महागठबंधन को वोट किया, 9 फीसदी राजपूतों ने महागठबंधन को वोट किया और भूमिहारों ने सबसे अधिक 19% वोट महागठबंधन को दिया. इन आंकड़ों को ध्यान में रखते हुए महागठबंधन ने इस बार टिकट बंटवारे में भूमिहार उम्मीदवारों को ज्यादा तवज्जो दी.

राजद ने 1 की जगह 6 भूमिहार उम्मीदवार उतारे हैं. सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी, मुन्ना शुक्ला की बेटी शिवानी शुक्ला को टिकट देकर दूसरी सीटों को भी प्रभावित करने की कोशिश की है. कांग्रेस ने भी 8 भूमिहार उम्मीदवारों को टिकट दिया है. विश्लेषक मानते हैं कि भूमिहार मतदाताओं को साधने की इसी कोशिश के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिनकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. बिहार में भूमिहार आबादी 2.8 फीसदी है. हालांकि इसे एनडीए का कोर वोटर माना जाता है. 

अनंत सिंह की गिरफ्तारी से उपजी नाराजगी कम होगी

मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या के आरोप में अनंत सिंह को पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी भले ही हत्या के आरोप में हुई हो. लेकिन इससे भूमिहार मतदाताओं में नाराजगी थी. प्रधानमंत्री ने अपने रोड शो में केंद्रीय मंत्री ललन सिंह को अपने बगल में जगह दी. हालांकि, कहा गया कि वे बतौर जदयू नेता वहां मौजूद थे. लेकिन उनके जरिए भी भूमिहार मतदाताओं को संदेश देने की कोशिश की गई.

आज अनंत सिंह के प्रचार के ललन सिंह स्वयं पहुंचे उन्होंने कहा कि अनंत सिंह को साजिश के तहत फंसाया गया है. इस पूरे मामले पर एनडीए कार्रवाई का भी क्रेडिट ले रही और नाराज भूमिहारों को मनाने की कोशिश भी कर रही है.
 

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