Bihar Election: सासाराम से RJD उम्मीदवार डकैती के मामले में गिरफ्तार, गढ़वा में जुटे समर्थक

Bihar Election 2025: इस गिरफ्तारी के बाद सैकड़ों की संख्या में बिहार के तमाम हिस्सों से सत्येंद्र साह के समर्थक गढ़वा पहुंच रहे हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
चुनाव से पहले हुई गिरफ्तारी के बाद मचा बवाल

बिहार विधानसभा चुनाव की राजनीतिक सरगर्मी अब झारखंड के गढ़वा जिले तक पहुंच गई है. दीपावली के दिन, सासाराम से आरजेडी प्रत्याशी सत्येंद्र साह की गिरफ्तारी ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है. उनका नाम बिहार और झारखंड के सीमावर्ती जिलों के अधिकारियों के बीच हुई इंटर-स्टेट मीटिंग में सामने आया था, जिसमें दोनों राज्यों ने एक-दूसरे को कुछ वारंटी की सूची सौंपी थी. इस लिस्ट में सत्येंद्र साह का भी नाम था, जिसके बाद बिहार पुलिस ने सासाराम से उन्हें गिरफ्तार कर गढ़वा पुलिस को सौंप दिया. गिरफ्तार प्रत्याशी पर अब तक 37 मामले कई थानों मे दर्ज किए गए हैं, जिसमें एक साल 2004 में बैंक डकैती का मामला भी है.

समर्थक बता रहे चुनावी प्रतिशोध

अब गढ़वा में हर चौक-चौराहे पर यह चर्चा का विषय बन चुका है. सैकड़ों की संख्या में बिहार के विभिन्न हिस्सों से उनके समर्थक गढ़वा पहुंच रहे हैं और जेल के बाहर उनके साथ मुलाकात कर राजनीतिक रणनीतियां बना रहे हैं. समर्थकों का मानना है कि यह गिरफ्तारी राजनैतिक प्रतिशोध का हिस्सा हो सकती है और इसका चुनावी प्रभाव भी पड़ सकता है.

बिहार चुनाव: बीजेपी का अभेद किला है बांकीपुर विधानसभा सीट, ऐसा रहा है राजनीतिक इतिहास

नेताओं ने उठाए सवाल

इस गिरफ्तारी को लेकर राजनीतिक दलों में तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. बीजेपी जिला अध्यक्ष ठाकुर प्रसाद महतो ने कहा कि बिहार में जेएमएम को विधानसभा चुनाव में टिकट न मिलने के बाद, झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने यह कदम उठाकर राजनीतिक दबाव बनाने की कोशिश की है. हालांकि उन्होंने माना कि यह एक न्यायिक प्रक्रिया का भी हिस्सा हो सकता है.

बिहार और झारखंड की सीमाओं के पास स्थित गढ़वा जिले में सत्येंद्र साह के समर्थक लगातार जुट रहे हैं. वे जेल के बाहर इकट्ठा होकर अपने नेता के समर्थन में नारे लगा रहे हैं. उनका मानना है कि यह गिरफ्तारी राजनीतिक षड्यंत्र का हिस्सा हो सकती है, और वे सत्येंद्र साह की जल्द रिहाई के लिए आंदोलन की योजना बना रहे हैं.

हो सकता है राजनीतिक घमासान

चुनाव करीब आते ही इस तरह के घटनाक्रमों का बड़ा असर स्थानीय राजनीति पर पड़ सकता है. दोनों राज्यों के चुनावी माहौल में यह गिरफ्तारी एक नई मोड़ ला सकती है. जहां बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं, वहीं गढ़वा और सासाराम में यह घटनाएं राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकती हैं. राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि इस घटना से न केवल बिहार, बल्कि झारखंड की राजनीति में भी हलचल मच सकती है.

Featured Video Of The Day
Bihar Elections 2025: चुनावी बिगुल फूकेंगे PM Modi, Tejashwi की रैलियों का दौर, Ground से देखें हाल