Bihar Elections Result: बिहार के नतीजे से पहले जानिए कैसे होती है वोटों की गिनती? कब तक आने लगेगा रुझान

Bihar Assembly Elections Result 2025: हर विधानसभा क्षेत्र में 14 टेबल पर एक साथ गिनती होगी. एक राउंड में 14 EVM मशीनों की गिनती पूरी होगी. प्रत्येक राउंड को पूरा होने में 10 से 15 मिनट का समय लगेगा. हर राउंड के बाद रुझान जारी किया जाता है.

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Bihar Elections Result: राजधानी पटना स्थित काउंटिंग सेंटर AN कॉलेज के बाहर सुरक्षा में तैनात जवान.
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  • बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में रिकॉर्ड 67 प्रतिशत मतदान हुआ, जिसमें महिलाओं ने पुरुषों से 9% अधिक वोट डाले हैं.
  • मतगणना 14 नवंबर सुबह 8 बजे से शुरू होगी, सबसे पहले पोस्टल बैलेट और ईटीपीबीएस की काउंटिंग होगी.
  • बिहार के 38 जिलों में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के साथ स्ट्रॉन्ग रूम और काउंटिंग सेंटर बनाए गए हैं.
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पटना:

Bihar Assembly Elections Result 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों का काउंटडाउन शुरू हो गया है. इस बार बिहार ने मतदान का रिकॉर्ड बनाया है, राज्य में पहली बार 67% मतदान हुआ है. खास बात यह कि महिलाओं ने पुरुषों से 9% ज्यादा वोटिंग की है. बिहार के एग्जिट पोल में NDA की सत्ता में वापसी का अनुमान जताया गया है. NDA की वापसी का मतलब है कि राज्य में फिर से नीतीश कुमार सत्ता के केंद्र में होंगे. हालांकि एग्जिट पोल के अनुमान कितने सच होते है, यह देखने वाली बात होगी. अब हर किसी की निगाहें 14 नवंबर की सुबह पर टिकी है, जब वोटों की गिनती शुरू होगी और जनता का फैसला सामने आएगा. वोटों की निगती से पहले आइए जानते हैं, किसी चुनाव में वोटों की गिनती की प्रक्रिया क्या होती है? रुझान कब से आने लगते हैं? नतीजे कब क्लियर हो जाएंगे?

सुबह 8 बजे से शुरू होगी वोटों की गिनती, शुरुआत पोस्टल बैलेट से

चुनाव आयोग के अनुसार, मतगणना की प्रक्रिया 14 नवंबर की सुबह 8 बजे से शुरू होगी. सबसे पहले पोस्टल बैलेट और ETPBS (इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलेट सिस्टम) की गिनती होगी. इसके आधे घंटे बाद EVM की काउंटिंग शुरू होगी. दोनों प्रक्रियाएं साथ चलेंगी, लेकिन EVM की गिनती तब तक पूरी नहीं मानी जाएगी, जब तक पोस्टल बैलेट की गणना खत्म न हो जाए. सुबह 9 बजे से शुरुआती रुझान सामने आने लगेंगे.

कहां होगी मतगणना?

राज्य के सभी 38 जिलों में स्ट्रॉन्ग रूम और काउंटिंग सेंटर बनाए गए हैं. जहां त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के बीच वोटों की गिनती शुरू होगी. बात राजधानी पटना की करें तो यहा AN कॉलेज में काउंटिंग सेंटर बनाया गया है. जहां से जिले के सभी 14 विधानसभा सीटों के नतीजे घोषित होंगे. पटना में सबसे पहले मोकामा विधानसभा का परिणाम आने की संभावना है, जबकि सबसे आख़िरी नतीजा दीघा विधानसभा का आएगा.

बूथ के अनुसार हर सीट का काउंटिंग राउंड होता है, जिस सीट पर कम बूथ होते हैं, वहां की काउटिंग सबसे जल्दी समाप्त होती है.

तीन-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था

चुनाव आयोग ने मतगणना केंद्रों पर अभेद्य सुरक्षा तैनात की है. हर जिले में 24 घंटे CCTV मॉनिटरिंग की जा रही है. सुरक्षा के तीन स्तर होंगे

  • पहला लेयर: CAPF, CISF, CRPF
  • दूसरा लेयर: बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस (BSAP)
  • तीसरा लेयर: जिला सशस्त्र पुलिस (DAP)

साथ ही, ASP/DSP और मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारी चबीसों घंटे निगरानी में रहेंगे.

पोस्टल बैलेट में किसके वोट होते है?

पोस्टल बैलेट से वोट करने वाले मतदाता आमतौर पर वे होते हैं जो चुनाव ड्यूटी या देश सेवा में हैं. इनमें शामिल हैं-

  • चुनाव ड्यूटी पर तैनात सरकारी कर्मचारी
  • सैनिक और सर्विस वोटर
  • विदेश में कार्यरत सरकारी अधिकारी
  • प्रिवेंटिव डिटेंशन में रहने वाले व्यक्ति
हर विधानसभा सीट के लिए अलग-अलग टेबल पर गिनती होगी. एक टेबल पर 1 पर्यवेक्षक, 2 सहायक और 1 माइक्रो-ऑब्जर्वर रहेंगे.

EVM काउंटिंग का तरीका

हर विधानसभा क्षेत्र में 14 टेबल पर एक साथ गिनती होगी. एक राउंड में 14 EVM मशीनों की गिनती पूरी होगी. प्रत्येक राउंड को पूरा होने में 10 से 15 मिनट का समय लगेगा. हर टेबल पर 3 काउंटिंग कर्मी तैनात रहेंगे. गिनती पूरी होने के बाद रिटर्निंग ऑफिसर (RO) की घोषणा पर परिणाम चुनाव आयोग की वेबसाइट पर लाइव अपडेट किए जाएंगे.

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स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा और मॉनिटरिंग

स्ट्रॉन्ग रूम की निगरानी 24×7 CCTV कैमरों से की जा रही है. प्रत्याशियों और एजेंटों के लिए लाइव डिस्प्ले की सुविधा दी गई है. बिजली बाधित न हो, इसके लिए जनरेटर, इनवर्टर और UPS बैकअप की व्यवस्था की गई है. हर दिन सीनियर अधिकारियों द्वारा इंस्पेक्शन अनिवार्य है.

कानूनी सुरक्षा और गोपनीयता नियम

Representation of People's Act-1951 के तहत मतगणना से जुड़ी जानकारी को गुप्त रखना जरूरी है. Section 128 & 129: गुप्त जानकारी साझा करने पर कार्रवाई हो सकती है. Section 136: चुनाव में गड़बड़ी करने पर 6 महीने से 2 साल की सजा या जुर्माना लग सकता है.

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EVM रहेगा 45 दिन तक सील्ड

विजेता उम्मीदवार को RO के जरिए जीत का सर्टिफिकेट दिया जाएगा. इसके बाद EVM मशीनों को 45 दिनों तक स्ट्रॉन्ग रूम में सील कर रखा जाएगा. डेटा 6 महीने तक सुरक्षित रहेगा और किसी अन्य चुनाव में इन मशीनों का पुन: उपयोग नहीं होगा. 

काउंटिंग के लिए पटना में ट्रैफिक डायवर्जन लागू

मतगणना के दिन 14 नवंबर की सुबह 5 बजे से AN कॉलेज क्षेत्र के आसपास ट्रैफिक डायवर्ट रहेगा. सिर्फ एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड और न्यायिक वाहनों को छूट दी गई है. बोरिंग रोड, पाटलिपुत्र, राजापुर पुल और शिवपुरी मार्ग पर वैकल्पिक मार्ग तय किए गए हैं.

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बिहार के नतीजों पर कैसे रखें नजर 

सुबह 9 बजे से पहले रुझान, दोपहर तक मुकाबले की तस्वीर और शाम तक तय होगा बिहार का भविष्य. कौन बनेगा बिहार का अगला मुख्यमंत्री, कौन जीतेगा किसकी सीट सबकी निगाहें अब EVM और पोस्टल बैलेट पर टिकी हैं. बिहार में अब बस एक दिन बाकी है जनता का फैसला, बिहार का भविष्य तय करेगा.

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