- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में जमुई सीट से भाजपा ने फिर से श्रेयसी सिंह को उम्मीदवार बनाया है.
- श्रेयसी सिंह ने साल 2020 के चुनाव में महागठबंधन के विजय प्रकाश को बड़े अंतर से हराया था.
- जमुई जिला बिहार-झारखंड सीमा पर स्थित है और 1991 में मुंगेर से अलग होकर स्वतंत्र जिला बना था.
Bihar Assembly Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में अब एक महीने से कम का समय बचा है. कई पार्टियों ने अपने उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर दी है. जमुई विधानसभा सीट से भाजपा ने फिर से श्रेयसी सिंह पर विश्वास जताया है. साल 2020 के विधानसभा चुनाव को श्रेयसी सिंह ने 79603 वोटों से जीता था. श्रेयसी सिंह का मुकाबला महागठबंधन के उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव के छोटे भाई विजय प्रकाश से था. जो कि दूसरे स्थान पर रहे थे.
विधानसभा चुनाव 2015 में, राजद पार्टी के विजय प्रकाश ने 66,577 मतों से जीत हासिल की थी. दूसरे स्थान पर भाजपा पार्टी के अजय प्रताप रहे थे. जीत का अंतर 8,249 मतों का था. अब जमुई विधानसभा सीट के लिए अगला चुनाव 1 नंवबर को होगा.
बता दें जमुई बिहार-झारखंड की सीमा पर बसा हुआ है. ये साल 1991 तक मुंगेर का हिस्सा था. फरवरी साल 1991 में इसे एक स्वतंत्र जिला बनाया गया. जमुई जिले एक संसदीय क्षेत्र है और इस संसदीय क्षेत्र में 6 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं, जिनमें से चार विधानसभा क्षेत्र जमुई जिले में और एक मुंगेर जिले में और एक शेखपुरा जिले में है. तारापुर (मुंगेर), शेखपुरा (शेखपुरा), सिकंदरा (जमुई), जमुई (जमुई), झाझा (जमुई), चकाई (जमुई).
क्या फिर श्रेयसी सिंह को मिलेगी जीत
श्रेयसी को राजनीति विरासत में मिली है. श्रेयसी पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की बेटी हैं. मां पुतुल सिंह भी सांसद रह चुकी हैं. श्रेयसी सिंह बिहार राज्य से एकमात्र ऐसी एथलीट है जिनका चयन ओलंपिक के लिए हुआ था. वह भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल दिला चुकी हैं. श्रेयसी की मां पुतुल सिंह भी सांसद रह चुकी हैं.
श्रेयसी ने अपनी पढ़ाई दिल्ली के हंसराज कॉलेज से की है और साथ ही मानव रचना यूनिवर्सिटी फरीदाबाद से उन्होंने MBA की डिग्री ली थी.