- भोजपुरी एक्टर पवन सिंह को हाल ही में बढ़ते सुरक्षा खतरे के कारण प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है.
- पवन सिंह जल्द ही बीजेपी में शामिल होने वाले हैं. उन्होंने दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी.
- पवन सिंह बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ सकते हैं.
भोजपुरी स्टार पवन सिंह को प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. सवाल यह है कि पवन सिंह को ये सुरक्षा क्यों मिली. तो बता दें कि सूत्रों के मुताबिक, हाल के दिनों में बढ़ते विवादों और सुरक्षा खतरे को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. बता दें कि हाल ही में पवन सिंह बीजेपी में शामिल हुए हैं. पिछले दिनों वह दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मिले थे और उपेंद्र कुशवाहा से भी उन्होंने मुलाकात की थी. माना जा रहा है कि वह बिहार चुनाव भी लड़ सकते हैं. बिहार चुनाव में बीजेपी पवन सिंह को कैंडिडेट बना सकती है.
ये भी पढ़ें- अक्षरा, पवन सिंह से लेकर खेसारी लाल तक, बिहार चुनाव से पहले जान लीजिए कौन कितना अमीर
बाबा खान के गुंडों ने पवन सिंह को दी थी धमकी
बता दें कि सितंबर महीने में ही पवन सिंह को धमकी मिली थी. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. बाबा खान के गुंडों ने पवन सिंह को धमकी दी थी. वीडियो जारी कर उन्होंने कहा था- दम है तो बाबा खान के सामने आकर कुछ बोलकर दिखाओ. इसी खतरे को देखते हुए पवन सिंह को अब वाई प्लस सिक्योरिटी दी गई है.
बिहार चुनाव में दम दिखाएंगे पवन सिंह
पवन सिंह बीजेपी के खेमे से चुनावी मैदान में उतरने जा रहे हैं. इससे पहले उन्होंने काराकाट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था. इससे बीजेपी को नुकसान झेलना पड़ा था. अब बीजेपी ने उनको अपने पाले में कर लिया है. पवन सिंह चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं.
क्या होती है Y+ सुरक्षा और किसे मिलती है?
वाई प्लस कैटेगरी की सिक्योरिटी एक वीआईपी सुरक्षा कवच है. इसमें 11 सुरक्षाकर्मी शामिल रहते हैं. इनमें 2 से 4 कमांडो, पुलिस कर्मी और 2 निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) शामिल रहते हैं. उन लोगों को ये सुरक्षा दी जाती है, जिनकी जान को थकरा बहुत ज्यादा होता है. यह सुरक्षा वाई श्रेणी से ऊपर और जेड श्रेणी से नीचे मानी जाती है. इसमें CRPF, CISF के कमांडो शामिल होते हैं.