बिहार चुनाव से पहले चिराग को बड़ा झटका, 38 नेताओं ने एक साथ छोड़ी पार्टी

पूर्व जिलाध्यक्ष शिवराज यादव अपनी पूरी टीम के साथ नजर आए.उनके साथ कुछ ऐसे लोग भी थे, जो पहले से ही सांसद राजेश वर्मा के खिलाफ सोशल मीडिया पर विरोध जताते रहे हैं. शिवराज ने बताया कि उन्हें प्रदेश महासचिव बनाए जाने के एक दिन बाद ही उन्होंने और उनकी पूरी टीम ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया.

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बिहार/खगड़िया:

लोजपा (रामविलास) में खगड़िया जिले के अध्यक्ष बदलने के बाद पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं. पूर्व जिलाध्यक्ष शिवराज यादव के नेतृत्व में पार्टी के 38 नेताओं ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया है. इस फैसले ने चिराग पासवान की अगुवाई वाली पार्टी में हलचल मचा दी है और खगड़िया की राजनीति में नया मोड़ आ गया है. शिवराज यादव ने खगड़िया के सांसद राजेश वर्मा पर गाली-गलौज और प्रताड़ना का आरोप लगाया है. वहीं, सांसद राजेश वर्मा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह फैसला प्रदेश संगठन का है, जिसे सभी कार्यकर्ताओं को मानना होगा. उन्होंने दावा किया कि पार्टी आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में और मजबूती के साथ उभरेगी.

शिवराज यादव ने क्या कहा?
पूर्व जिलाध्यक्ष शिवराज यादव अपनी पूरी टीम के साथ नजर आए।.उनके साथ कुछ ऐसे लोग भी थे, जो पहले से ही सांसद राजेश वर्मा के खिलाफ सोशल मीडिया पर विरोध जताते रहे हैं. शिवराज ने बताया कि उन्हें प्रदेश महासचिव बनाए जाने के एक दिन बाद ही उन्होंने और उनकी पूरी टीम ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. करीब 35 मिनट की प्रेस वार्ता में उन्होंने सांसद राजेश वर्मा पर गाली-गलौज और कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया. शिवराज ने कहा कि कार्यकर्ताओं की अवहेलना और अनदेखी के कारण उनकी पूरी टीम ने यह कदम उठाया.

सांसद राजेश वर्मा का जवाब
खगड़िया सांसद राजेश वर्मा ने इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे व्यक्तिगत आरोपों पर ध्यान नहीं देना चाहते. उन्होंने कहा, "मैं खगड़िया की जनता द्वारा चुना गया सांसद हूं और उनके हितों के लिए अंतिम सांस तक लड़ता रहूंगा." उन्होंने स्पष्ट किया कि संगठन में बदलाव का फैसला राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व का विशेषाधिकार है, जो जरूरत के अनुसार जिम्मेदारियां सौंपता है. वर्मा ने जोर देकर कहा कि लोजपा (रामविलास) हमेशा मजबूत थी और रहेगी.

सोशल मीडिया पर विरोध और पार्टी की कार्रवाई

जानकारी के अनुसार, शिवराज यादव और उनकी टीम पिछले कई महीनों से सोशल मीडिया पर अपनी ही पार्टी और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ पोस्ट कर रहे थे. इसकी जानकारी पार्टी के राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व को थी. इसके अलावा, शिवराज यादव हाल के दिनों में पार्टी के कार्यों से दूरी बनाए हुए थे. 19 जुलाई को हुई समीक्षा बैठक में कई कार्यकर्ताओं ने शिवराज और उनकी टीम पर सवाल उठाए थे. इसके बाद, प्रदेश नेतृत्व ने शिवराज को हटाकर मनीष कुमार उर्फ नाटा सिंह को खगड़िया का नया जिलाध्यक्ष नियुक्त किया.

अनिश कुमार की रिपोर्ट

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