देश में जीएसटी (GST) सुधारों और सकारात्मक उपभोक्ता रुझानों के कारण कारों (Passenger Vehicle-PV) के बाजार ने नवंबर 2025 में मजबूत ग्रोथ दर्ज की है. सितंबर में केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी दरों में कटौती के बाद वाहनों की कीमतों में आई कमी ने ग्राहकों को खरीदारी के लिए प्रेरित किया, जिससे फेस्टिव सीजन के बाद नवंबर में भी ऑटो सेक्टर में तेज उछाल देखने को मिला.
नवंबर में घरेलू थोक बिक्री (Domestic Wholesale Sales) सालाना आधार पर 20.7 फीसदी बढ़कर लगभग 4.25 लाख यूनिट तक पहुंच गई, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में दर्ज 3,52,000 यूनिट्स से काफी अधिक है. सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के आंकड़ों के अनुसार, यह ग्रोथ ग्राहकों की खरीद क्षमता में सुधार और नीतिगत स्थिरता को दर्शाती है.
मारुति सुजुकी का शानदार प्रदर्शन
देश की सबसे बड़ी यात्री वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (MSIL) ने रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की. कंपनी की कुल बिक्री (निर्यात सहित) 2,29,021 यूनिट्स रही, जो पिछले साल की समान अवधि (1,81,531 यूनिट्स) से 26 फीसदी अधिक है. घरेलू थोक बिक्री सालाना आधार पर 21 फीसदी बढ़कर 1,70,971 यूनिट्स हो गई.
मारुति के कौन-से मॉडल कितने बिके?
- छोटी/एंट्री लेवल कारें (ऑल्टो, एस-प्रेसो): बिक्री बढ़कर 12,347 यूनिट्स हुई.
- मिड-साइज हैचबैक (बलेनो, स्विफ्ट): बिक्री बढ़कर 72,926 यूनिट्स हुई.
- एसयूवी/एमपीवी (ब्रेजा, ग्रैंड विटारा, अर्टिगा): बिक्री बढ़कर 72,498 यूनिट्स हुई.
MSIL के सीनियर एग्जीक्यूटिव ऑफिसर, पार्थो बनर्जी ने बताया कि कंपनी के आठ मॉडल फैक्ट्री लेवल पर पूरी तरह से बिक चुके हैं. डीलर्स के पास वर्तमान में लगभग 19 दिन की इन्वेंट्री (80,000 यूनिट्स) मौजूद है, और 40,000 यूनिट्स और आने वाली हैं. कंपनी की प्रोडक्शन टीम मांग को पूरा करने के लिए ओवरटाइम काम कर रही है.
टाटा दूसरे नंबर पर रही, महिंद्रा, हुंडई की भी अच्छी सेल
टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स (TMPV) लिमिटेड ने भी मजबूत आंकड़े पेश किए. कंपनी की कुल बिक्री (निर्यात सहित) 25.6 फीसदी बढ़कर 59,199 यूनिट्स रही, जबकि घरेलू थोक बिक्री 22 फीसदी बढ़कर 57,436 यूनिट्स तक पहुंच गई. थोक बिक्री के मामले में कंपनी दूसरे स्थान पर रही.
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने थोक बिक्री में 21.9 फीसदी की वृद्धि दर्ज करते हुए 56,336 यूनिट्स डिस्पैच कीं और तीसरा स्थान प्राप्त किया.
हुंडई मोटर इंडिया ने भी स्थिर ग्रोथ दर्ज की. लोकप्रिय मॉडलों में ग्राहकों की निरंतर रुचि के चलते उसकी कुल बिक्री सालाना आधार पर 9 फीसदी बढ़कर 66,840 यूनिट्स रही. घरेलू थोक बिक्री 4.3 फीसदी बढ़कर 50,340 यूनिट्स हो गई.
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने नवंबर में 30,085 यूनिट्स डिस्पैच कीं, जो सालाना आधार पर 19.5 फीसदी की वृद्धि थी.
आगे भी रफ्तार बनी रहने की उम्मीद
जानकारों का मानना है कि त्योहारी सीजन की मांग, उपभोक्ता भावना में सुधार और जीएसटी सुधारों के बाद नीतिगत स्थिरता ने सभी सेगमेंट में बिक्री को बढ़ावा देने में मदद की है. चालू वित्त वर्ष के लिए ऑटो इंडस्ट्री 5-6 फीसदी बढ़ने का अनुमान है. वाहन निर्माता अपनी इन्वेंट्री पाइपलाइन में स्थिरता और बाजार में नए लॉन्च के साथ आने वाले महीनों में भी इस गति को बनाए रखने की उम्मीद कर रहे हैं.














