Shani kundali dasha 2024 : चौथे भाव में शनि शुभ प्रभाव देते हैं. इस भाव में जातक उदार और शांत होता है. वह परोपकारी और गुणवान होता है. जातक की आर्थिक स्थिति भी अच्छी होती है. धन की भी प्राप्ति होती है. वाहन आदि का भी सुख मिल सकता है. इस भाव में शनि के प्रभाव से जातक को कहीं से संपत्ति भी मिल सकती है. हालांकि इस भाव में शनि के कारण जातक को अपने घर से दूर जाने पर ही सफलता मिलती है. इनकी जीवनशैली वैसे तो सामान्य होती है, लेकिन ये अपनी धार्मिक परंपराओं को काफी महत्व देते हैं.
शनि के सकारात्मक प्रभाव
शनि के सकारात्मक प्रभाव की बात करें, तो ये काफी दयालु होते हैं और इनकी भावनाएं भी काफी मजबूत होती है. जीवन में आने वाली बाधाओं को कैसे दूर किया जाता है, उसके बारे में ये भली-भांति जानते हैं. अगर शनि शुभ स्थिति में हों, तो जातक को शुभ फल की प्राप्ति होती है. शत्रुओं से भी उन्हें लाभ होता है. ग्रह के प्रभाव से जातक दृढ़ निश्चयी होता है.
शनि के नकारात्मक प्रभाव
चौथे भाव में शनि अगर विपरीत अवस्था में हों, तो जातक को अशुभ प्रभाव मिल सकते हैं. इस कारण रिश्तों के साथ ही व्यापारिक मामलों में भी नकारात्मक प्रभाव का सामना करना पड़ सकता है. चौथे भाव में शनि अगर वक्री हों, तो कई तरह की विपरीत स्थितियां देखने को मिलती हैं. जातक को अपने माता-पिता का भी पर्याप्त प्रेम नहीं मिलता. शनि के अशुभ प्रभाव का आसर जातक की आर्थिक स्थिति पर भी देखने को मिलता है. ग्रह के प्रभाव से गलत लोगों के साथ संगति हो सकती है, ऐसे में आपको सावधान रहने की जरूरत है.
वैवाहिक जीवन पर प्रभाव
इस भाव में शनि के वैवाहिक जीवन पर प्रभाव की बात करें, तो शनि दो विवाह की स्थिति भी उत्पन्न कर सकते हैं. घरेलू जीवन में अशांति भी हो सकती है. हालांकि ये अपने रिश्तों को काफी महत्व देते हैं. ऐसे में इनका वैवाहिक जीवन भी सुखद होता है. अपनी मां और पत्नी के साथ इनके संबंध भी काफी अच्छे होते हैं. ग्रह अगर विपरीत स्थिति में हों, तो वैवाहिक जीवन में कठिनाई होती है. आपसी रिश्ते भी खराब हो सकते हैं.
करियर पर प्रभाव
चौथे भाव में शनि के करियर पर प्रभाव की बात करें, तो जातक को अपने कर्मों के अनुरुप परिणाम की प्राप्ति हो सकती है. इतना ही नहीं उन्हें कुछ अप्रत्यशित लाभ भी मिल सकते हैं. जातक की बुद्धि भी काफी तीव्र होती है. ये अपने जीवन में आने वाली बाधाओं को भी दूर करना जानते हैं. इनकी आर्थिक स्थिति भी काफी बेहतर होती है. हालांकि इन्हें लेन-देन में काफी सावधानी बरतने की जरूरत होती है, अन्यथा नुकसान हो सकता है. हालांकि, अचल संपत्ति के क्षेत्र में इन्हें सफलता मिलती है.