
Astrology: कुंडली का आठवां भाव अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस भाव को आयु भाव भी कहा जाता है. इस भाव से कर्ज, दीर्घायु के साथ ही अप्रत्याशित घटनाओं की जानकारी मिलती है. जातक को ज्यादातर समय घर से दूर रहना पड़ सकता है. खर्चे भी काफी होंगे, इस कारण बचत करने में परेशानी हो सकती है. इस भाव में राहु के प्रभाव से आर्थिक नुकसान, शारीरिक कमजोरी आदि समस्या हो सकता है. राहु का प्रभाव आपकी लाइफस्टाइल पर भी देखने को मिल सकता है. ऐसे में आपको सावधानी के साथ ही रहने की जरूरत है. इस भाव में राहु आपके जीवन पर कई तरह से प्रभाव डाल सकता है. जातक का ज्यादातर समय विदेश में भी व्यतीत हो सकता है. आठवां भाव जीवन के रहस्यों और गुप्त ज्ञान का भी प्रतिनिधित्व करता है. ऐसे लोग तांत्रिक क्रिया में भी शामिल होते हैं.
राहु के सकारात्मक प्रभाव
कुंडली के आठवें भाव में राहु के सकारात्मक प्रभाव की बात करें, तो जातक शारीरिक रूप से मजबूत होगा. ऐसे व्यक्ति में आध्यात्मिक रूप से आगे बढ़ने की इच्छा होती है. व्यक्ति के जीवन में कई बड़े बदलाव भी देखने को मिल सकते हैं. हालांकि कई बार ये बदलाव विपरीत भी हो सकते हैं. हालांकि, सामाजिक और धार्मिक रूप से इस भाव में राहु अच्छे माने जाते हैं.
राहु के नकारात्मक प्रभाव
कुंडली के आठवें भाव को रिश्तों का भाव भी माना जाता है. इस भाव में अगर राहु अशुभ स्थान पर हैं, तो जातक को मानसिक तनाव के साथ ही आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ सकता है. व्यक्ति डरपोक और आलसी भी हो सकता है. जातक को पैतृक संपत्ति का सुख नहीं मिलेगा. जातक बातूनी होगा और हर काम में जल्दबाजी करने की आदत होगी. भाई-बंधुओं से भी कष्ट मिल सकता है. कोर्ट और कचहरी के मामलों में भी काफी खर्च देखने को मिलता है.
वैवाहिक जीवन पर प्रभाव
रिश्तों के मामले में इस भाव में राहु का असर आपके अंतरंग संबंधों पर देखने को मिल सकता है. आप अपने साथी के साथ ज्यादा से ज्यादा समय व्यतीत करना चाहेंगे. हालांकि, वैवाहिक जीवन के लिए यह अच्छी स्थिति नहीं मानी जाती. राहु के कारण विहाव में भी परेशानी हो सकती है. ससुराल पक्ष से भी रिश्ते कुछ खास अच्छे नहीं होते.
करियर पर प्रभाव
करियर के लिहाज से देखें तो जातक की आर्थिक स्थिति अच्छी होगी. सरकार से भी लाभ हो सकता है लेकिन धन की हानि भी देखने को मिल सकती है. जातक की पशुपालन आदि में रूचि होगी. ऐसे में राहु के प्रभाव से वृद्धावस्था में सुख की प्राप्ति होगी. राहु के प्रभाव से जातक की गूढ़ विद्या आदि में रूचि हो सकती है. व्यक्ति में सामाजिक स्थिति, दर्शन और जीवन के रहस्यों के बारे में जानने की काफी इच्छा होती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)