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19 या 20 दिसंबर, कब है साल की आखिरी अमावस्या? क्या अमावस्या बच्चे के जन्म के लिए अच्छा दिन है

Paush Amavasya 2025 Kab hai: पौष अमावस्या के दिन आप जरूरतमंद लोगों को काले तिल, गुड़, कंबल, काले चने और लोहे की चीजें दान कर सकते हैं. इसके अलावा इस दिन श्रद्धा और क्षमता अनुसार ब्राह्मण भोज कराना भी शुभ माना जाता है. आइए जानते हैं इस साल पौष अमावस्या कब मनाई जाएगी.

Written by Updated : December 17, 2025 10:43 AM IST
19 या 20 दिसंबर, कब है साल की आखिरी अमावस्या? क्या अमावस्या बच्चे के जन्म के लिए अच्छा दिन है
कब है पौष अमावस्या?
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Paush Amavasya 2025 Date: हिन्दू धर्म में अमावस्या की तिथि बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है. इस दिन स्नान, दान, तर्पण और जप का विशेष महत्व होता है. मान्यता है कि अमावस्या पर पितर धरती पर आते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं. साल का आखिरी महीना चल रहा है और इस महीने में पौष अमावस्या मनाई जाती है. आइए जानते हैं पौष अमावस्या कब मनाई जाएगी, इसका शुभ मुहूर्त क्या है और अमावस्या पर जन्म लेने वाले बच्चों क भविष्य कैसा माना जाता है.

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19 या 20 दिसंबर कब है पौष अमावस्या? (Paush Amavasya 2025 Date)

पंचांग के अनुसार पौष अमावस्या तिथि की शुरुआत 19 दिसंबर को सुबह 5 बजकर 59 मिनट पर होगी. वहीं, इसका समापन अगले दिन यानी 20 दिसंबर को सुबह 7 बजकर 12 मिनट पर होगा. उदयातिथि को देखते हुए पौष अमावस्या इस साल 19 दिसंबर को मनाई जाएगी. इस दिन स्नान-दान करना बहुत शुभ रहेगा.

शुभ मुहूर्त (Paush Amavasya 2025 Shubh Muhurat)

पौष अमावस्या का ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5:19 बजे से 6:14 बजे तक रहेगा. इस समय स्नान करना आपके लिए शुभ रहेगा. इसके बाद अपनी श्रद्धा अनुसार जरूरतमंद लोगों को दान कर सकते हैं. 

क्या अमावस्या बच्चे के जन्म के लिए अच्छा दिन है? जानिए कैसा रहता है भविष्य?

ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार जो बच्चा अमावस्था तिथि पर जन्म लेता है उसके जीवन में खुशियों का अभाव रहता है और कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. अमावस्या की रात को चांद बिल्कुल भी नहीं दिखाई देता है और इस समय नकारात्मक ऊर्जा का भी काफी ज्यादा प्रभाव रहता है. कहा जाता है कि अमावस्या के दिन जन्म बच्चे की कुंडली में दोष हो सकता है. 

इसके अलावा ज्योतिष शास्त्र की मानें तो अमावस्या के दिन जन्म लेने वाले बच्चों की कुंडली में अगर दसवें भाव में सूर्य-चंद्रमा हों तो भविष्य में वह काफी मजबूत और बलवान बनते हैं. वहीं, अगर सूर्य-चंद्रमा सातवें भाव में हो तो भविष्य में पैसों की कमी, अपमान का सामना करना पड़ सकता है. 

दान करें और भोजन खिलाएं

पौष अमावस्या के दिन आप जरूरतमंद लोगों को काले तिल, गुड़, कंबल, काले चने और लोहे की चीजें दान कर सकते हैं. इसके अलावा श्रद्धा और क्षमता अनुसार ब्राह्मण भोज कराना भी शुभ माना जाता है. इससे पितृ दोष से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-शांति बनी रहती है.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.