Navratri 2024 Date: मां दुर्गा (Goddess Durga) की अराधना के लिए हर वर्ष चार बार नवरात्रि (Navratri) मनाई जाती है. इसमें दो बार धूमधाम से और दो बार गुप्त रूप से आदिशक्ति की पूजा होती है. इसमें चैत्र और अश्विन माह की शारदीय नवरात्रि को प्रत्यक्ष नवरात्र माना जाता है, जबकि माघ और आषाढ़ महीने में आने वाली नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि कहते हैं. आइए जानते हैं साल 2024 में चैत्र नवरात्रि, शारदीय नवरात्रि और गुप्त नवरात्रि की तिथि (Date of Navratri).
नवरात्रि 2024 डेट (Navratri 2024 Date)
माघ में गुप्त नवरात्रि- 10 फरवरी से 18 फरवरी
चैत्र में नवरात्रि- 9 अप्रैल से 17 अप्रैल
आषाढ़ में गुप्त नवरात्रि-6 जुलाई से 15 जुलाई
आश्विन में नवरात्रि-3 अक्टूबर से 9 अक्टूबर
चैत्र नवरात्रि 2024 घटस्थापना मुहूर्त
पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 8 अप्रैल रात 11 बजकर 50 मिनट पर शुरू होगी और 9 अप्रैल रात 08 बजकर 30 मिनट पर समाप्त होगी. . कलश स्थापना का मुहूर्त सुबह 06.01 से 10.15 यानी 4 घंटे 14 मिनट तक है.
शारदीय नवरात्रि 2024 घटस्थापना मुहूर्त
पंचांग के अनुसार शारदीय माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 3 प्रात: 12 बजकर 18 मिनट से शुरू होकर 4 अक्टूबर प्रात: 02 बजकर 58 मिनट तक रहेगी. कलश स्थापना का मुहूर्त सुबह 06.15 से 07.21 यानी 1 घंटे 6 मिनट तक रहेगा.
चैत्र और शारदीय नवरात्रि महत्व
चैत्र नवरात्रि को राम नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है. इस उत्सव के नौवें दिन को भगवान राम के जन्मदिन के रूप में रामनवमी मनाई जाती है. चैत्र नवरात्र के पहले दिन आदिशक्ति प्रकट हुई थी और उनके कहने पर ब्रह्मा जी को सृष्टि निर्माण का शुरु किया था. अश्विन माह में शारदीय नवरात्रि आदिशक्ति मां दुर्गा यानी ‘महिषासुरमर्दिनी' को समर्पित है. घर-घर घटस्थापना कर देवी दुर्गा की प्रतिमा की स्थापना की जाती है, अखंड ज्योत जलती है.
गुप्त नवरात्रि का महत्व
गुप्त नवरात्रि में माता की गुप्त रूप से पूजा की जाती हो. यह खासतौर पर तंत्र साधनाओं का महत्व होता है. तंत्र मंत्र की साधना करने वाले 10 महाविद्याओं की पूजा कर सिद्धियों की प्राप्ति करते हैं. गृहस्थ इस दौरान सामान्य रूप से मां दुर्गा की पूजा करते हैं.
नवरात्रि 2024 माता का वाहन
चैत्र नवरात्रि में माता की सवारी घोड़ा होगा
शारदीय नवरात्रि में माता डोली में पधारेंगी
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)