Mercury Effects: कुंडली के 10वें भाव में भी बुध काफी महत्वपूर्ण होता है. 10वें भाव को कर्म का भाव भी माना जाता है. इस भाव से पिता, व्यापार, नौकरी, राजनीति सहित अन्य बातों की गणना की जाती है. 10वें भाव में बुध के प्रभाव से व्यक्ति को जीवन में सम्मान तो मिलता ही है, उसे भाग्य का भी साथ मिलता है. बुध के प्रभाव से व्यक्ति आर्थिक रूप से भी मजबूत होता है. 10वें भाव में बुध के प्रभाव से व्यक्ति के पास भौतिक साधनों की कमी नहीं होती. कुंडली का 10वां भाव करियर और व्यवसाय के बारे में भी बताता है. 10वें भाव में बुध यदि स्वराशि मिथुन या कन्या में स्थित हों तो व्यक्ति को पिता से सहयोग प्राप्त होता है. ऐसे लोगों को बिजनेस में सफलता मिलती है.
कुंडली के 10वें भाव में बुध के प्रभाव
आर्थिक स्थिति होती है बेहतर
10वें भाव में बुध के प्रभाव से व्यक्ति काफी धैर्यवान और विनम्र होते हैं. ये काफी मधुर भाषी भी होते हैं. ये गलत काम करने से भी परहेज करते हैं. ये लोग काफी सामाजिक होते हैं और समाज में इन्हें काफी सम्मान भी मिलता है. इनकी आर्थिक स्थिति भी बेहतर होती है. इन्हें बिजनेस के जरिए लाभ मिलता है.
आंखों की हो सकती है समस्या
दसवें भाव में बुध के प्रभाव से व्यक्ति की लेखन आदि कार्यों में रुचि होती है. ये शिक्षक भी हो सकते हैं. वैसे तो इनका स्वास्थ्य ठीक ही होता है, लेकिन इन्हें आंखों से संबंधित कोई समस्या हो सकती है. इसलिए आंखों का उचित ध्यान रखने की जरूरत है.
बुध के सकारात्मक प्रभाव
दसवें भाव में बुध के प्रभाव से व्यक्ति न्यायप्रिय और विद्वान होता है. ऐसे लोग मधुर भाषी होते हैं और विपरीत परिस्थितियों से बाहर निकलने का भी कौशल होता है. ये लोग सामाजिक और व्यवहारकुशल भी होते हैं. ऐसे लोगों का जीवन काफी सुखमय होता है. ये अपने माता-पिता और बड़ों का काफी सम्मान करते हैं.
बुध का नकारात्मक प्रभाव
दसवें भाव में बुध के प्रभाव से व्यक्ति काफी खर्चीला होता है लेकिन ये लोग बेकार की चीजों पर पैसे खर्च नहीं करते. इन्हें दिखावा करना भी पसंद होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.