
Angaraka Yog : मंगल के साथ जब राहु या केतु कुंडली के किसी एक ही भाव में मौजूद रहते हैं, तब अंगारक योग बनता है. अंगारक योग को अशुभ माना जाता है और जातक पर इसका नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है. इसी साल पिछले 18 मई 2025 को केतु का सिंह राशि में गोचर हुआ था. अब 5 दिसंबर 2026 तक केतु सिंह राशि में ही रहेंगे. करीब एक महीने बाद यानी 7 जून को मंगल का भी सिंह राशि में प्रवेश हो गया.
मंगल के साथ केतु की युति से यहां अंगारक योग का निर्माण हो रहा है. जुलाई 2025 में अगले 20 दिनों तक इस योग का प्रभाव रहेगा. अंगारक योग को काफी प्रभावशाली माना जाता है. हालांकि यह योग काफी अशुभ होता है और इस योग के प्रभाव से जातक में जोश और उत्साह देखने को मिलता है, लेकिन जातक में काफी क्रोध भी हो सकता है. जातक में भ्रम की स्थिति भी देखने को मिलती है. इस योग का प्रभाव सभी राशियों पर देखने को मिलता है, लेकिन सभी राशियों पर इसका विपरीत प्रभाव नहीं होता. कुछ राशियों के लिए यह योग अच्छा प्रभाव भी देता है. अशुभ स्थिति में इसके उपाय करने चाहिए, अन्यथा परेशानी बढ़ सकती है.
कैसे बनता है अंगारक योग
जब किसी कुंडली में मंगल और राहु या केतु एक साथ मौजूद हों तो अंगारक योग बनता है. यह योग जिस भाव में बनता है उस भाव के फल को कम कर देता है. ऐसे में जातक की परेशानी भी बढ़ जाती है. कुंडली के विभिन्न भाव में बनने वाले अंगारक योग के प्रभाव भी अलग-अलग हो सकते हैं. केंद्र या त्रिकोण भाव में अंगारक योग हो तो इसके प्रभाव अलग होते हैं.
कुछ राशियों के लिए सकारात्मक तो कुछ के लिए रहेगा नकारात्मक
सिंह राशि में मंगल और केतु की युति से बनने वाला यह अंगारक योग वैसे से अशुभ होता है, लेकिन हर राशि पर इसका प्रभाव एक जैसा नहीं होता. कुछ राशियों के लिए यह योग अशुभ तो कुछ के लिए शुभ फलदायी होता है. मंगल और केतु का यह अंगारक योग मिथुन राशि, सिंह राशि और धनु राशि वाले लोगों के लिए लाभकारी साबित होता है.
अंगारक योग के सकारात्मक प्रभाव
वैसे तो अंगारक योग को अशुभ माना जाता है और जातक पर इसके नकारात्मक प्रभाव ही देखने को मिलते हैं. हालांकि, कुछ स्थितियों में अंगारक योग के सकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिल सकते हैं. इस योग के शुभ प्रभाव की बात करें, तो जातक काफी एनर्जेटिक और साहसी होता है. उन्हें अपना लक्ष्य प्राप्त करने में भी आसानी होती है. शुभ स्थिति में जातक को करियर और बिजनेस में भी सफलता मिलती है.
अंगारक योग के नकारात्मक प्रभाव
अंगारक योग के नकारात्मक प्रभाव की बात करें, तो इस योग के प्रभाव से जातक में काफी क्रोध देखने को मिल सकता है. जातक में आक्रामकता भी हो सकती है. कई बार मानसिक अशांति की स्थिति उत्पन्न होती है. एक्सीडेंट और शारीरिक तकलीफ का सामना करना पड़ सकता है. जातक जिद्दी हो सकता है. परिवार से अलगाव की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है.