
Shani dev : शनिदेव को न्याय का देवता माना जाता है, यानी वे आपके कर्मों के हिसाब से ही फल देते हैं. जुलाई 2025 में शनिदेव मीन राशि में वक्री हो रहे हैं और बुध के साथ मिलकर एक मजबूत राजयोग बना रहे हैं. शनिदेव ढाई साल में एक बार राशि बदलते हैं. इस साल 29 मार्च से शनिदेव ने मीन राशि में गोचर कर रहे हैं. इसके बाद अब 13 जुलाई को शनिदेव मीन राशि में ही वक्री हो रहे हैं. अपने वक्री चाल के दौरान ही शनि बुध ग्रह के साथ मिलकर सम सप्तक रायजोग बनाएंगे. यहां सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि शनि और बुध का यह दुर्लभ योग करीब 30 साल बाद बन रहा है. इस योग के प्रभाव से आर्थिक रूप से मजबूती आती है. करियर में सफलता के साथ ही नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन भी मिलता है. इस योग के प्रभाव से व्यापार में भी खासा लाभ होता है. इस योग का असर सभी 12 राशियों पर देखने को मिलेगा.
कैसे बनता है सम सप्तक योग
सम सप्तक योग को कुंडली में बनने वाले महत्वपूर्ण योग में से एक माना जाता है. कुंडली में जब दो ग्रह एक दूसरे से 180 डिग्री के कोण पर स्थित हों, तब सम सप्तक योग बनता है. आम तौर पर इस योग को शुभ माना जाता है, लेकिन जातक पर इसके सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलते हैं.
कुछ राशियों के लिए सकारात्मक तो कुछ के लिए रहेगा नकारात्मक
शनि और बुध का यह सम सप्तक योग कई मायनों में लाभकारी साबित होगा, हालांकि कुछ राशियों के लिए यह योग नकारात्मक भी साबित हो सकते हैं. इस योग के प्रभाव से समाज में मान प्रतिष्ठा भी बढ़ेगी. यह योग वृषभ, कर्क और मीन राशि वाले लोगों के लिए खास लाभकारी रहेगा.
सम सप्तक राजयोग के सकारात्मक प्रभाव
सम सप्तक योग को आम तौर पर शुभ माना जाता है. इस योग के प्रभाव से जातक को करियर में काफी लाभ होता है. उसे समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है. जातक की आर्थिक स्थिति काफी बेहतर होती है और धन -संपत्ति की प्राप्ति होती है. इस योग के प्रभाव से रिश्ते भी बेहतर होते हैं. वहीं स्वास्थ्य के लिहाज से भी यह योग अच्छा माना जाता है.
सम सप्तक राज योग योग के नकारात्मक प्रभाव
सम सप्तक योग के सकारात्मक के साथ ही नकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिलते हैं. कई बार इसके नकारात्मक प्रभाव ज्यादा हो सकते हैं. इस दौरान भाग्य का साथ भी कम ही मिलता है. इस योग के प्रभाव से पारिवारिक सदस्यों के बीच झगड़े भी हो सकते हैं. आपके कामकाज में भी अड़चनें आ सकती हैं. कई बार निवेश में भी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है. इस अवधि में आपको अपनी सेहत का ध्यान रखने की जरूरत है.