Astrology: कुंडली के दूसरे भाव को परिवार और धन का स्थान माना जाता है. ऐसे में अगर मंगल इस भाव में हों, तो वे उस भाव से जुड़े काम को करने के लिए प्रेरित करते हैं. दूसरे भाव में मंगल के प्रभाव से व्यक्ति दान करने वाला होता है. वह परिवार का भी काफी ध्यान रखता है. कुंडली के दूसरे भाव में मंगल के प्रभाव से व्यक्ति को आर्थिक परेशानी का भी सामना करना पड़ सकता है. कई बार गलत आदतों और गलत तरीकों से भी धन खर्च हो सकता है.
मंगल के सकारात्मक प्रभाव
दूसरे भाव में मंगल के प्रभाव से व्यक्ति मेहनती होता है और उसको सफलता भी मिलती है। दूसरे भाव को धन-संपदा और परिवार का स्थान माना जाता है। परिवार के साथ बेहतर संबंध होंगे और लव लाइफ भी बेहतर रहेगी। खास बात यह है कि इनके जीवन में चिंता करने वाली बातें कम ही होती हैं। हालांकि, इन्हें अपने स्वभाव को नियंत्रण में रखने की जरूरत होगी।
मंगल के नकारात्मक प्रभाव
कुंडली के दूसरे भाव में मंगल अगर कमजोर हों, तो व्यक्ति में काफी क्रोध देखने को मिल सकता है। मंगल ग्रह से प्रभावित लोगों को दूसरों के साथ बातचीत करने में भी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ये सामूहिक सफलता और लाभ को दूसरों के साथ नहीं बांटना चाहते। इससे आपसी विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। मंगल के प्रभाव से पढ़ाई में भी बाधा उत्पन्न हो सकती है।
वैवाहिक जीवन पर प्रभाव
इस भाव में मंगल के प्रभाव से व्यक्ति का वैवाहिक जीवन बेहतर रहता है। हालांकि, जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर प्रभाव देखने को मिल सकता है। इस ग्रह में मंगल के प्रभाव से महिलाओं को गर्भावस्था या स्त्री रोग से जुड़ी समस्या हो सकती है तो पुरुषों को सुनने आदि में समस्या, दांत से जुड़ी समस्या हो सकती है। इसका असर आपके वैवाहिक जीवन पर पड़ेगा। बातचीत में भी कटुता होने का असर वैवाहिक जीवन पर पड़ सकता है।
मंगल का करियर पर प्रभाव
दूसरे भाव में मंगल का करियर पर भी प्रभाव देखने को मिलता है। इस स्थिति में कठिन परिश्रम के बाद ही व्यक्ति को सफलता मिलती है। कई बार वे जो चाहते हैं, वह उन्हें नहीं मिल पाता है। हालांकि कठिन परिश्रम से आगे आने वाली बाधाएं दूर हो सकती हैं। मंगल के प्रभाव से व्यक्ति आईटी के क्षेत्र में, रिसर्च या इंजीनियरिंग में भी बेहतर प्रदर्शन कर सकता है।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)