Astrology: सूर्य काफी प्रभावशाली ग्रह माने जाते हैं. किसी की कुंडली में अगर सूर्य स्थित हों, तो व्यक्ति काफी भाग्यशाली, कर्मठ और आत्मविश्वास से भरा रहता है. हालांकि, अलग-अलग भाव में सूर्य का प्रभाव भी अलग होता है. यहां हम जानेंगे कि कुंडली के चौथे भाव में सू्र्य देव क्या प्रभाव देते हैं. चौथे भाव में सूर्य के प्रभाव से व्यक्ति आर्थिक रूप से काफी समृद्ध होता है. सूर्य बचत करने की भी प्रवृत्ति देते हैं. सूर्य के प्रभाव से भाइयों के बीच आपसी प्रेम भी देखने को मिल सकता है. ऐसे लोग अक्सर घर से दूर ही रहते हैं. ऐसे लोगों को समाज में काफी मान सम्मान मिलता है. इस भाव में सूर्य के प्रभाव से व्यक्ति को मातृपक्ष से पैतृक संपत्ति भी मिल सकती है.
कुंडली के चौथे भाव में सूर्य
चौथे भाव में सूर्य के प्रभाव से व्यक्ति को आभूषणों के व्यापार में लाभ होता है. इन लोगों को नए कार्यों या रिसर्च में भी लाभ होगा. इन लोगों को लालच से दूर रहने की जरूरत है, अन्यथा आर्थिक संकट के कारण परेशानी हो सकती है. ऐसे लोगों को आंखों से संबंधित परेशानी हो सकती है.
रिश्तों में हो सकती है परेशानी
चौथे भाव में सूर्य के प्रभाव से रिश्तों में समस्या उत्पन्न हो सकती है. परिवार में अलगाव की स्थिति उत्पन्न होती है. प्रेम संबंधों में भी संतुष्टि की कमी होती है. इतना ही नहीं संबंधों के टूटने का भी खतरा रहता है. माता के साथ संबंधों में खटास देखने को मिल सकती है.
सकारात्मक प्रभाव
सूर्य के चौथे भाव में प्रभाव से व्यक्ति परिवार के प्रति थोड़े समर्पित होते हैं. इनकी घरेलु मामलों में रूचि होती है. अपने परिवार की खुशी का भी ये पूरा ध्यान रखते हैं. सूर्य के प्रभाव से ये बड़े सपने देखने में विश्वास करते हैं.
नकारात्मक प्रभाव
चौथे भाव में सूर्य के प्रभाव से व्यक्ति थोड़ा अहंकारी भी हो सकता है. वह जो भी करता है, उसके बारे में बढ़ा-चढ़ाकर बोलने की आदत होती है. ऐसे लोग अपनी गलतियों को भी दूसरों के सिर मढ़ देते हैं. इनका स्वभाव अविश्वसनीय हो सकता है, ऐसे में आपसी मतभेद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)