Astrology: कुंडली का दसवां भाव काफी महत्वपूर्ण होता है. यह भाव हमारी इच्छा को निर्धारित करता है. इसके अलावा जीवन में मिलने वाली उपलब्धियां, मान-सम्मान और आर्थिक स्थिति की भी जानकारी मिलती है. कुंडली के दसवें भाव में विभिन्न ग्रहों की स्थिति मानव जीवन में काफी मायने रखती है. 10वां भाव सामाजिक स्थिति का भी भाव है. आप जो काम करते हैं, उसका भी निर्धारण इस भाव से होता है. आप कौन सा काम करते हैं और आपकी आय कैसी होगी, इसका भी निर्धारण 10वें भाव से होता है. करियर में आपकी सफलता का निर्धारण भी इसी भाव से होता है.
कुंडली के दसवें भाव में शुभ ग्रहों का प्रभाव
इस भाव में अगर शुभ ग्रह हों तो उसका आपके जीवन पर अहम प्रभाव देखने को मिलता है. कुंडली में बुध, चंद्रमा, गुरु और शुक्र को शुभ ग्रहों की श्रेणी में रखा गया है. अगर आपकी कुंडली के दसवें भाव में शुभ ग्रह हों, तो आपके जीवन पर इसका क्या प्रभाव हो सकता है, आइए जानते हैं.
बुध के प्रभाव से मिलती है आर्थिक मजबूती
कुंडली के दसवें भाव में बुध के प्रभाव से व्यक्ति को अलग पहचान हासिल होती है. ऐसे लोगों के विचार भी काफी प्रभावी होते हैं. इन लोगों को लेखन या संचार के क्षेत्र में पहचान बनाने का मौका मिलता है. कह सकते हैं कि इनके लिए इस क्षेत्र में करियर बनाना अच्छा होता है. बुध के प्रभाव से व्यक्ति न्याय और नीति के मामले में अच्छा होगा. ऐसे लोग सच बोलने वाले और विवेकपूर्ण भी होते हैं. बुध के प्रभाव से आपके धैर्य और विवेक से साथ विनम्रता भी देखने को मिलती है. वाणी की मधुरता के कारण भी ये लोगों के प्रिय होते हैं. दसवें भाव में बुध के प्रभाव से व्यक्ति आर्थिक रूप से मजबूत होता है और उसके पास भौतिक साधनों की भी कमी नहीं होती. वाहनों का भी सुख मिलता है. सरकारी सहयोग से भी धन की प्राप्ति हो सकती है. ऐसे लोग अपने बड़ों से खासकर माता-पिता का भी आदर करते हैं. एक बात ध्यान रखें कि आपको अपने कर्म सही रखने का प्रयास करना होगा. हालांकि, इन्हें आंखों से संबंधित समस्या हो सकती है.
चंद्रमा के प्रभाव से मिलता व्यवहार में होता है परिवर्तन
कुंडली के दसवें भाव में चंद्रमा भावनाओं के साथ ही आपके गुणों को भी प्रभावित करती है. इसका प्रभाव आपके पेशेवर जीवन पर भी देखने को मिलता है. चंद्रमा के प्रभाव से आपके व्यवहार में भी परिवर्तन देखने को मिल सकता है. ऐसे लोग अपने विचार पर स्थिर नहीं होते. चंद्रमा के प्रभाव से व्यक्ति के खूब मान-सम्मान की प्राप्ति होती है. अपनी कार्यकुशलता के कारण इन्हें बड़ी सफलता भी मिलती है. ये लोग स्वभाव से दयालु और संतोषी होने के साथ ही बुद्धिमान भी होते हैं. माता-पिता के साथ भी इनके संबंध अच्छे होते हैं. हालांकि, अपने बच्चों को लेकर थोड़ी परेशानी हो सकती है. चंद्रमा के प्रभाव से विचारों में अस्थिरता के कारण ये अपने कार्य में भी अक्सर परिवर्तन करने को आतुर रहेंगे. चंद्रमा के प्रभाव से व्यक्ति दीर्घायु भी होता है.
गुरु के प्रभाव से व्यक्ति होता है चरित्रवान
दसवें भाव में बृहस्पति का होना अच्छा माना जाता है. इसका आपके व्यापार और पेशेवर जीवन पर पूरा असर दिखाई देता है. गुरु के प्रभाव से व्यक्ति न्यायप्रीय, सच बोलने वाला और चरित्रवान भी होता है. ऐसे लोगों को शास्त्रों का भी ज्ञान होता है. आर्थिक स्थिति बेहतर होने के कारण वाहनों का सुख मिलेगा, साथ ही भूमि से भी आर्थिक लाभ हो सकता है. ये लोग अपने माता-पिता को भी सम्मान देते हैं. इतना ही नहीं आपको अपने पिता से भी प्यार और दुलार मिलेगा. आर्थिक स्थिति सही होने के कारण ये काफी सुखी-संपन्न और समृद्ध होंगे. 10वें भाव में गुरु के कारण भाइयों से भी धन की प्राप्ति हो सकती है. हालांकि, संतान के करियर को लेकर थोड़ी चिंता हो सकती है. इनका स्वास्थ्य भी सामान्य रहेगा.
शुक्र के प्रभाव से मिलता है मान-सम्मान
दसवें भाव में शुक्र को अच्छा माना जाता है. इसका प्रभाव आपके व्यक्तित्व पर भी देखने को मिलता है. आपको लोगों का भी साथ मिलेगा. ऐसे लोग स्वभाव से भी अच्छे होते हैं. शुक्र के प्रभाव से व्यक्ति काफी आकर्षक होता है. ऐसे लोग शांत और मिलनसार स्वभाव के भी हो सकते हैं. इनकी पूजा-पाठ आदि में भी रुचि देखने को मिलती है. ऐसे में इनका आचरण भी अच्छा होता है. इन्हें समाज में भी काफी मान-सम्मान की प्राप्ति होती है. आर्थिक स्थिति भी बेहतर होती है. दसवें भाव में शुक्र के प्रभाव से विवाह के बाद इन्हें किस्मत का साथ मिलता है. ऐसे लोग सुखी-संपन्न जीवन व्यतीत करते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)