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जुलाई में शनि और शुक्र बना रहे नव पंचम राजयोग, जानिए क्या है इस योग के शुभ और अशुभ प्रभाव

इन दोनों ग्रहों के संयोग से कुंडली में नवपंचम राजयोग का निर्माण हो रहा है. इस योग को काफी शुभ माना जाता है. योग के प्रभाव से जातक को सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है. जीवन के हर क्षेत्र में उसे सफलता की प्राप्ति होती है.

Edited by Updated : July 19, 2025 6:48 AM IST
जुलाई में शनि और शुक्र बना रहे नव पंचम राजयोग, जानिए क्या है इस योग के शुभ और अशुभ प्रभाव
धन और संपत्ति की प्राप्ति होती है. व्यक्ति को करियर में सफलता मिलती है.
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Astro tips : ग्रह हर वक्त एक निश्चित गति से अपनी चाल चलते रहते हैं. इसी क्रम विभिन्न ग्रहों के संयोग से कुंडली में विभिन्न योग का निर्माण होता है. अब 26 जुलाई को शुक्र ग्रह मिथुन राशि में प्रवेश कर रहे हैं. न्याय के देवता शनिदेव पहले से ही मिथुन राशि में विराजमान हैं. इन दोनों ग्रहों के संयोग से कुंडली में नवपंचम राजयोग का निर्माण हो रहा है. इस योग को काफी शुभ माना जाता है. योग के प्रभाव से जातक को सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है. जीवन के हर क्षेत्र में उसे सफलता मिलती है.

कुछ राशियों के लिए अत्यंत शुभ फलदायी है योग  

नव पंचम राजयोग वैसे तो काफी शुभ माना जाता है, लेकिन कुछ राशियों के लिए यह योग खास तौर पर शुभ होता है. वृषभ, मिथुन और कुंभ राशि वाले लोगों के लिए यह योग काफी शुभ होता है. इस योग के प्रभाव से जातक को भाग्य का साथ मिलता है. अचनाक से ही धनलाभ के भी योग बनते हैं. संबंधों के मामले में भी यह योग काफी अच्छे परिणाम देता है.

कैसे बनता है नव पंचम राजयोग

ग्रहों के विशेष संयोग से नव पंचम राजयोग बनता है. कुंडली का नौवां भाव भाग्य और धर्म का स्थान है, वहीं पांचवें भाव को शिक्षा, प्रेम और संतान का भाव माना जाता है. इन दोनों भाव को काफी शुभ माना जाता है. जब ये देनों भाव एक साथ शुभ स्थिति में आते हैं, तो नव पंचम राजयोग बनता है.

नवपंचम राजयोग के सकारात्मक प्रभाव

नवपंचम राजयोग को काफी शुभ माना जाता है. इस योग के प्रभाव से जातक को समृद्धि मिलती है. धन और संपत्ति की प्राप्ति होती है. व्यक्ति को करियर में सफलता मिलती है. जीवन में बेहतर अवसर मिलते हैं. इस योग के प्रभाव से जातक को समाज में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा मिलती है. इसके साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में भी सफलता मिलती है.

नव पंचम योग के नकारात्मक प्रभाव

वैसे तो शुक्र और शनि के नव पंचम राजयोग के शुभ प्रभाव ही देखने को मिलते हैं, लेकिन ग्रह अगर कमजोर स्थिति में हों, तो इस योग के कुछ नकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिल सकते हैं. इस योग के नकारात्मक प्रभाव के फलस्वरुप वैवाहिक जीवन में समस्याएं हो सकती है. इस दौरान अनावश्यक खर्चों का भी सामना करना पड़ सकता है. कामकाज में विलंब के साथ ही स्वास्थ्य समस्या भी हो सकती है.