Horoscope: कुंडली का 9वां गुरु यानी बृहस्पति ग्रह से काफी प्रभावित होता है. इस लिहाज से इसे महत्वपूर्ण माना जाता है. बृहस्पति अगर शुभ हो तो व्यक्ति को हर सुख-सुविधा मिलती है, लेकिन बृहस्पति निचला हो तो परिणाम विपरित होंगे. कुंडली का नौवां भाव पूर्व जन्म के कर्मों के आधार पर परिणाम देने वाला जाना जाता है. इससे पता चलता है कि आपका वर्तमान जीवन कैसा रहेगा. इस भाव में अगर अशुभ ग्रह (Ashubh Grah) हों, तो उसका आपके जीवन पर अहम प्रभाव देखने को मिलता है. कुंडली में सूर्य, मंगल, शनि, राहु और केतु को अशुभ ग्रहों की श्रेणी में रखा गया है. अगर आपकी कुंडली के नौवें भाव में अशुभ ग्रह हों, तो आपके जीवन पर इसका क्या प्रभाव हो सकता है, आइए जानते हैं.
कुंडली के नौंवे भाव में अशुभ ग्रह
9वें भाव में सूर्य के कारण पुत्रों को लेकर हो सकती है चिंता
नौवें भाव में सूर्य के प्रभाव से व्यक्ति दार्शनिक प्रवृत्ति का होने के साथ ही धार्मिक भी हो सकता है. इनकी अपने परिवार और बच्चों के साथ ही अच्छी बॉन्डिंग देखने को मिलती है. सूर्य के प्रभाव से लंबी यात्राएं हो सकती हैं. ऐसे लोग स्वभाव से परोपकारी भी हो सकते हैं. हालांकि, इनके स्वभाव में कुछ हद तक क्रूरता भी देखने को मिल सकती है. इन लोगों को वाहन सुख भी मिलता है. आर्थिक रूप से भी संपन्न हो सकते हैं. जिस भी क्षेत्र में होंगे उस क्षेत्र में मान-सम्मान मिलेगा. शिक्षा के क्षेत्र में सूर्य अनुकूल होंगे. वैसे इस भाव में सूर्य के प्रभाव से पुत्रों को लेकर कुछ चिंता हो सकती है.
मंगल के प्रभाव से आ सकती है कानूनी समस्याएं
9वें भाव में मंगल के प्रभाव से व्यक्ति दृढ़ इच्छाशक्ति वाला हो सकता है. किसी भी बात पर वह कायम रहने वाला होता है. हालांकि, आपको कानूनी मामलों में काफी सावधान रहने की भी जरूरत होगी. मंगल के प्रभाव से व्यक्ति में थोड़ा अहं देखने को मिल सकता है. आप में क्रोध भी देखने को मिल सकता है. वैसे मंगल के प्रभाव से आप मेहनती होंगे और आपको अपनी मेहनत के मुताबिक धन लाभ भी होगा. पिता या छोटे भाई के स्वभाव में रुखापन भी देखने को मिल सकता है. आपको कानूनी मामलों से संभल कर रहने की जरूरत है. किसी तरह की परेशानी आ सकती है. विदेश की यात्राएं आपके लिए लाभकारी नहीं होंगी. मंगल के प्रभाव से आपको दोस्तों की संख्या भी कम हो सकती है.
शनि के प्रभाव से व्यक्ति हो सकता है स्वार्थी
शनि को न्याय का ग्रह माना जाता है. ऐसे में 9वें भाव में शनि आपको जीवन से सीखने को प्रेरित करता है, ताकि आप अपनी गलतियों से सीखकर एक बेहतर इंसान बन सकें. शनि के प्रभाव से आपको कई कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ सकता है, लेकिन इन कठिनाइयों से आपको खुद ही निपटना होगा. वैसे शनि के प्रभाव से व्यक्ति मेहनती होगा और अपनी आर्थिक स्थिति को बेहतर करने के लिए काफी मेहनत भी करेगा. ये लोग स्वभाव से कोमल होते हैं, लेकिन कोई निर्णय लेने के मामले में कठोर हो सकते हैं. तीर्थयात्रा में रुचि रहेगी और शनि के प्रभाव से आपका नाम होगा. आपको दूसरे लोगों को सम्मान की नजरों से देखना होगा. खासतौर पर उनका तिरस्कार न करें. कई बार ये कंजूस और स्वार्थी भी हो सकते हैं, इससे बचने की जरूरत है.
अशुभ राहु कर सकता है धर्म से विमुख
9वें भाव में राहु आपके लिए कुछ हद तक अच्छा साबित हो सकता है. राहु के प्रभाव से व्यक्ति की धार्मिक क्षेत्र में रुचि देखने को मिलेगी. हालांकि कम जानकारी के बावजूद आप खुद को दिखाने का प्रयास करेंगे, जो आपके लिए अच्छा नहीं होगा. ये लोग काफी चतुर होते हैं और अपनी चतुराई के कारण दूसरों को प्रभावित भी कर सकते हैं. राहु के प्रभाव से व्यक्ति परोपकारी भी होता है. ये लोग अपने बड़े- बुजुर्गों का कहना मानने वाले होते हैं. इनकी एक खासियत यह है कि ये किसी भी काम को पूरा करके ही दम लेते हैं. अशुभ स्थिति में राहु धर्म से विमुख कर सकता है, इससे बचें. अपने दोस्तों के साथ भी संबंध अच्छे बनाए रखें.
केतु के प्रभाव से अनैतिक कार्यों की ओर हो सकता है झुकाव
9वें घर में केतु के प्रभाव से व्यक्ति धार्मिक और आध्यात्मिक प्रवृत्ति का हो सकता है. हालांकि केतु के कारण कई तरह की परेशानियां भी हो सकती हैं. पिता के स्वास्थ्य में भी समस्या देखने को मिल सकती है. 9वें भाव में केतु के कारण आपको कुछ कष्ट भी हो सकता है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है, यह कुछ समय के लिए होगा. आपको विदेशियों से धन लाभ हो सकता है. केतु के प्रभाव से कुछ लोगों के साथ भी आपके संपर्क हो सकते हैं. ऐसे में आपका अनैतिक कार्यों की ओर झुकाव हो सकता है, लेकिन आपको इससे बचकर रहने की जरूरत है. केतु पुत्र का सुख प्रदान करेगा. आपको कई माध्यमों से आर्थिक लाभ भी हो सकता है. हालांकि सगे भाइयों से परेशानी हो सकती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)