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मंगल का कुंडली के बारहवें भाव में कैसा होता है प्रभाव, जानिए कुछ खास बातें

कुंडली के बारहवें भाव में मंगल की गुरु के साथ युति के कारण गुरु मंगल योग बनता है, जिससे व्यक्ति को समृद्धि प्राप्त होती है.

Edited by Updated : August 29, 2024 7:20 AM IST
मंगल का कुंडली के बारहवें भाव में कैसा होता है प्रभाव, जानिए कुछ खास बातें
मंगल के प्रभाव से स्वभाव में भी उग्रता देखने को मिलती है.
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Astrology: कुंडली के बारहवें भाव में मंगल को कुछ खास अच्छा नहीं माना जाता है. बारहवां भाव दांपत्य जीवन का भी कारक होता है और ऐसे में इस भाव में मंगल का प्रभाव दांपत्य जीवन पर भी देखने को मिलता है. मंगल के प्रभाव से स्वभाव में भी उग्रता देखने को मिलती है. आपको अपने खर्चों पर भी नजर बनाए रखनी होगी. कुंडली के बारहवें भाव में मंगल की गुरु के साथ युति के कारण गुरु मंगल योग बनता है, जिससे व्यक्ति को समृद्धि प्राप्त होती है.

मंगल के सकारात्मक प्रभाव

कुंडली का बारहवां भाव कल्पना और सुख का कारक है. व्यक्ति की धार्मिक कार्यों में भी रूचि देखने को मिल सकती है. मंगल के प्रभाव से आपके छोटे भाई या बहन को कोई बड़ा पद या प्रतिष्ठा भी मिल सकती है. मंगल के प्रभाव से व्यक्ति काफी उत्साही, समृद्ध और रचनात्मक भी हो सकता है, जो कई बार उसके लिए मददगार साबित होता है. इस भाव में मंगल के प्रभाव से व्यक्ति शस्त्र आदि में भी पारंगत होता है.

मंगल के नकारात्मक प्रभाव

इस भाव में मंगल के प्रभाव से व्यक्ति में काफी आलस भी देखने को मिलता है. बेकार के खर्चे भी होते हैं. मंगल के कारण बिजली से नुकसान की संभावना भी बनती है. व्यक्ति गलत कार्यों में लिप्त हो सकता है और इसका असर उसकी कार्यक्षमता पर भी देखने को मिल सकता है. आर्थिक नुकसान भी हो सकता है. इस भाव में मंगल व्यक्ति को एकाकी जीवन के लिए भी प्रेरित करता है. रक्त संबंधित समस्याएं भी देखने को मिल सकती हैं.

वैवाहिक जीवन पर प्रभाव

बारहवें भाव में मंगल के प्रभाव की बात करें तो व्यक्ति बचपन से ही काफी दब्बू और डरा-सहमा हो सकता है जिसका असर बड़े होने पर देखने को मिलता है. ऐसे में वे अपना क्रोध और फ्रस्ट्रेशन निकालने के लिए दूसरों को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं. व्यक्ति के वैवाहिक जीवन में भी समस्या देखने को मिल सकती है. इस भाव में मंगल दांपत्य जीवन के लिए अच्छे नहीं माने जाते. मंगल दोष के कारण विवाह में विलंब हो सकता है. जीवनसाथी के साथ सामंजस्य बैठाने में भी समस्या हो सकती है. मंगल के प्रभाव से ससुराल पक्ष से भी संबंध खराब हो सकते हैं.

मंगल का करियर पर प्रभाव

इस भाव में मंगल के प्रभाव से व्यक्ति को काम के सिलसिले में लगातार विदेश यात्रा भी करनी पड़ सकती है. व्यक्ति काफी कल्पनाशील और रचनात्मक भी हो सकता है जिसका असर उसके करियर पर देखने को मिलता है. ग्रह के प्रभाव से व्यक्ति लेखन के क्षेत्र में अपना करियर बना सकता है. व्यक्ति वैज्ञानिक भी हो सकता है. इस भाव में मंगल के प्रभाव से व्यापार में हानि की भी संभावना बनती है. आर्थिक स्थिति में भी काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.