Astrology: सूर्य एक ओजस्वी और पराक्रमी व्यक्तित्व देता है. कुंडली में सूर्य को ग्रहों का राजा माना गया है और राजा होने के कारण सूर्य से प्रभावित व्यक्ति के गुण भी उसी तरह के होते हैं. कुंडली का छठा भाव भी सूर्य के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है. इस भाव में सूर्य के प्रभाव से व्यक्ति काफी पराक्रमी होता है. उसके शत्रु हावी उससे कभी जीत पाने के बारे में सोच नहीं सकते हैं. हालांकि, छठे भाव में सूर्य के प्रभाव से व्यक्ति थोड़ा सख्त भी हो सकता है. इस भाव में सूर्य के प्रभाव से स्वास्थ्य तो बेहतर रहेगा, लेकिन कुछ समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता है.
कार्यक्षेत्र में बदलाव से बचें
छठे भाव में सूर्य के प्रभाव से व्यक्ति को समाज में सम्मान मिलेगा. कार्यक्षेत्र के साथ ही व्यापार में भी लाभ होगा. हालांकि ऐसे लोगों को पुत्र के जन्म के बाद कार्यक्षेत्र में बदलाव करने से बचना चाहिए. मामा पक्ष के लिए छठे भाव में सूर्य अच्छे नहीं माने जाते हैं. कई बार ये लोग ज्यादा अहंकारी होते हैं और बात-बात पर गुस्सा करके अपने रिश्ते बिगाड़ लेते हैं. कार्यक्षेत्र में वर्चस्व रहता है, लेकिन अतिमहत्वाकांक्षी होने के कारण कई बार नुकसान भी उठाना पड़ सकता है.
कार्य के प्रति होते हैं दृढ़
छठे भाव में सूर्य आपके रिश्ते, व्यापार, आर्थिक स्थिति और स्वास्थ्य के साथ ही कई अन्य पहलुओं पर भी प्रभाव डालते हैं. ये लोग अपने मूल्यों और सिद्धांतों को काफी महत्व देते हैं. ऐसे में समाज में उनकी बेहतर पहचान भी होती है. ये लोग अपने कार्य के प्रति काफी दृढ़ होते हैं.
हो सकती है स्वास्थ्य समस्याएं
सूर्य के छठे भाव में प्रभाव से व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी कुछ समस्याएं हो सकती हैं. सूर्य के प्रभाव से व्यक्ति को आंखों में परेशानी और हाई ब्लड प्रेशर की भी समस्या हो सकता है. ऐसे में सूर्य की रोशनी में ज्यादा देर रहने से बचना जरूरी होगा. सूर्य अगर अशुभ हैं तो व्यक्ति को अस्थमा के साथ ही दिल की बीमारी की भी परेशानी हो सकती है.
वैवाहिक जीवन रहेगा शांतिपूर्ण
छठे भाव में सूर्य के प्रभाव से व्यक्ति को कार्यक्षेत्र में सफलता मिलती है. ऐसा व्यक्ति सरकारी क्षेत्र में उच्च पद पर आसीन हो सकता है. इस भाव में सूर्य के प्रभाव से व्यक्ति को पॉलिटिक्स में भी सफलता मिलती है. व्यक्ति का वैवाहिक जीवन भी शांतिपूर्व रहेगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)