• होम
  • ज्योतिष
  • जुलाई में किस दिन रखा जाएगा देवशयनी एकादशी और कामिका एकादशी का व्रत, जानिए यहां

जुलाई में किस दिन रखा जाएगा देवशयनी एकादशी और कामिका एकादशी का व्रत, जानिए यहां

मान्यता है कि एकादशी के दिन श्री हरि की विधि-विधान से पूजा आराधना करने और व्रत करने से अक्षय फलों की प्राप्ति होती है. कहते हैं इस दिन सच्चे भक्तिभाव से पूजा करने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.

Edited by Updated : July 12, 2024 6:32 AM IST
जुलाई में किस दिन रखा जाएगा देवशयनी एकादशी और कामिका एकादशी का व्रत, जानिए यहां
एकादशी की विशेष धार्मिक मान्यता होती है.
FacebookTwitterWhatsAppInstagramLinkedinKoos

Ekadashi 2024: सनातन धर्म में एकादशी व्रत का बहुत ही ज्यादा महत्व माना गया है. एकादशी के दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की पूरे विधि-विधान से पूजा की जाती है. साल भर में कुल 24 एकादशी मनाई जाती हैं जिनका अपना-अपना अलग महत्व है. मान्यता है कि इस दिन श्री हरि की विधि-विधान से पूजा आराधना करने और व्रत करने से अक्षय फलों की प्राप्ति होती है. कहते हैं इस दिन सच्चे भक्तिभाव से पूजा करने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. ऐसे में जानिए जुलाई के महीने में कौन-कौनसी एकादशी पड़ रही हैं और किस दिन रखा जाएगा एकादशी का व्रत.

देवशयनी एकादशी कब है | When Is Devshayani Ekadashi 

पंचांग के अनुसार, आसाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी 17 जुलाई को मनाई जाएगी. एकादशी तिथि का समापन 17 जुलाई को शाम 9:02 मिनट पर होगा. उदयातिथि को देखते हुए देवशयनी एकादशी 17 जुलाई को मनाई जाएगी और इसी दिन देवशयनी एकादशी का व्रत रखा जाएगा.

कामिका एकादशी शुभ मुहूर्त 

सावन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी 30 जुलाई को मनाई जाएगी. शाम 4:44.मिनट पर इसकी शुरुआत होगी और समापन अगले दिन 31 जुलाई को शाम 3:55 मिनट पर होगा. कुल मिलाकर 31 जुलाई को कामिका एकादशी (Kamika Ekadashi) मनाई जाएगी. इसका पारण 1 अगस्त को होगा. 

भगवान विष्णु पूजन मंत्र

1. ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्॥

2. ॐ भूरिदा भूरि देहिनो, मा दभ्रं भूर्या भर। भूरि घेदिन्द्र दित्ससि।

ॐ भूरिदा त्यसि श्रुत: पुरूत्रा शूर वृत्रहन्। आ नो भजस्व राधसि।

3. मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः। मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)