भारतीय खाद्य निगम (FCI) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अशोक के मीणा ने गुरुवार को कहा कि गेहूं की फसल अच्छी स्थिति में है और मार्च से शुरू होने वाले विपणन वर्ष 2023-24 में सरकार की खरीद सामान्य स्तर पर 3-4 करोड़ टन रहेगी. मीणा ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘गेहूं का बोया गया रकबा पिछले साल की तुलना में अधिक है. गेहूं की फसल की मौजूदा स्थिति बहुत अच्छी है. हमारी खरीद वर्ष 2023-24 में सामान्य स्तर 3-4 करोड़ टन होनी चाहिए.''
उन्होंने कहा कि घरेलू उत्पादन में गिरावट और अधिक निर्यात होने के कारण पिछले साल गेहूं की खरीद में गिरावट आई थी. यह पूछे जाने पर कि क्या तापमान में वृद्धि के कारण गेहूं की फसल पर कोई प्रभाव पड़ेगा, मीणा ने कहा कि इसका कोई प्रभाव होने की संभावना नहीं है और अल्प अवधि की फसल प्रभावित नहीं होगी. उन्होंने यह भी कहा कि गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध, जो पिछले साल मई में लगाया गया था, जारी रहेगा.
सरकार ने कृषि मंत्रालय के दूसरे अनुमान के अनुसार फसल वर्ष 2023-24 (जुलाई-जून) में 11 करोड़ 21.8 लाख टन रिकॉर्ड गेहूं उत्पादन का अनुमान लगाया है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल, विपणन वर्ष 2021-22 में केंद्रीय पूल के लिए गेहूं की खरीद 433.44 लाख टन के मुकाबले घटकर 187.92 लाख टन रह गई थी.
एफसीआई, सरकार की नोडल एजेंसी है जो सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) और कल्याणकारी योजनाओं के लिए खाद्यान्न की खरीद और वितरण करती है. देश में 15 मार्च से गेहूं की खरीद शुरू हो जाएगी.